हेलसिंकी के बाद दुनिया का दूसरा सबसे ईमानदार शहर बना मुंबई, 12 बटुओं में से 9 मिले वापस

रीडर्स डाइजेस्ट के सोशल एक्सपेरीमेंट यानी 'द वॉलेट एक्सपेरीमेंट' में भारत के लिए एक अच्छी खबर सामने आई हैं जिसके अनुसार फिनलैंड के हेलसिंकी शहर के बाद महाराष्ट्र का मुंबई शहर सबसे ईमानदार साबित हुआ हैं। इसके माध्यम से रीडर्स डाइजेस्ट ये जानना चाहती थी कि दुनिया के कौन से शहर का कैरेक्टर कितना ईमानदार है। फिनलैंड के हेलसिंकी शहर में 12 में से 11 बटुए सही सलामत वापस पहुंच गए और मुंबई में 12 बटुओं में से 9 बटुए वापस आए और वह दुनिया का दूसरा सबसे ईमानदार शहर बन गया। न्यूयॉर्क और बुडापेस्ट तीसरे और चौथे नंबर पर थे और यहां 12 में से 8 बटुए वापस मिले। मॉस्को और एम्सटर्डम में 7, बर्लिन और ल्यूबलियाना में 6, लंदन और वर्साय में 5 बटुए ही वापस आए।

रीडर्स डाइजेस्ट ने दुनिया के 16 बड़े शहरों में कुल 192 वॉलेट यानी कि बटुओं को जानबूझकर गुमा दिया। इस तरह लगभग हर शहर में 12 बटुए गुमाए गए। इन सभी बटुओं में एक व्यक्ति का नाम, पता, फोन नंबर, परिवार का फोटो, कूपन और बिजनेस कार्ड रखे गए थे। साथ में स्थानीय मुद्रा के हिसाब से 50 डॉलर (करीब 3,600 रुपये) की रकम भी रखी गई और यह चेक किया गया कि किस शहर में कितने बटुए वापस मिले।

बात करें सबसे शर्मनाक परिणामों की तो पुर्तगाल के लिस्बन शहर में 12 में से सिर्फ एक बटुआ ही वापस आया। ब्राजील के रियो डि जिनेरियो, स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख और रोमानिया के बुकारेस्ट में 12 में से 4, चेक रिपब्लिक के प्राग में 3 एवं स्पेन के मैड्रिड में 2 बटुए ही वापस लौटे।