22 नवंबर को महाराष्ट्र में सरकार का ऐलान संभव, रोटेशन फ़ॉर्मूले के तहत शिवसेना का होगा पहला CM

महाराष्ट्र में सरकार बनने की तस्वीर अब थोड़ी साफ होती दिख रही है। कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि हमारी शिवसेना और एनसीपी के साथ बातचीत सही दिशा में जा रही है। गुरुवार की सुबह 10:00 बजे कांग्रेस और एनसीपी के नेता अपने-अपने नेताओं के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक के बाद फिर हम दोपहर में मिलेंगे और सारी शर्तों को पूरा करके, परसों हम महाराष्ट्र के तमाम नेताओं से मुंबई में मुलाकात करेंगे। जिसके बाद शुक्रवार को मुंबई में साझा तौर पर ऐलान करेंगे। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी के साथ चल रही मीटिंग में कांग्रेस नेताओं को साफ़ निर्देश दिए गए हैं कि नेगोशिएशन में किसी भी तरह की जल्दबाजी नहीं की जाये।

दरअसल इस बयान से पहले महाराष्ट्र में नई सरकार गठन के मुद्दे पर बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं के बीच बैठक हुई। इस बैठक में अब तक सरकार बनाने का राह साफ नहीं हो सकी है। माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में सरकार गठन में अभी वक्त लग सकता है।

सूत्रों के अनुसार एनसीपी-कांग्रेस की बैठक में रोटेशनल सीएम पर सहमति बनने की खबर सामने आ रही है। जानकारी के मुताबिक पहले ढाई साल शिवसेना का सीएम रहेगा जिसके बाद एनसीपी का मुख्यमंत्री रहेगा। वहीं कांग्रेस का उपमुख्यमंत्री रहेगा। बताया जा रहा है कि सभी तीन पार्टियों के विधायकों की संख्या के आधार पर मंत्रिपद मिलेगा। इससे पहले खबर आ रही थी कि 5 साल के लिए कांग्रेस को शिवसेना का मुख्यमंत्री होने पर कोई ऐतराज नहीं है।

एनसीपी-कांग्रेस की बैठक सकारात्मक

इस बैठक के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दोनों पार्टी के नेताओं के बीच हुई बैठक सकारात्मक रही। इस दौरान महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन खत्म करने पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि अभी नई सरकार के गठन को लेकर कुछ और बातें होनी बाकी हैं। यह बैठक एनसीपी चीफ शरद पवार के आवास पर दोनों पार्टियों के बीच साझा कार्यक्रम पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी । इसमें कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, के सी वेणुगोपाल, अहमद पटेल, जयराम रमेश, पृथ्वीराज चव्हाण और नसीम खान ने हिस्सा लिया। वहीं, एनसीपी की तरफ से अजित पवार और सुनील तटकरे समेत अन्य बैठक में शामिल रहे।

वहीं बताया जा रहा है कि कांग्रेस, सरकार में शामिल होने के लिए तैयार है, लेकिन सरकार बनाने की कोई जल्दी नहीं है। साथ ही जन सरोकार के मंत्रालय, कांग्रेस पार्टी की पहली पसंद होंगे। जानकारी के मुताबिक कुछ मंत्रालय चिन्हित किए गए हैं जिन्हें कांग्रेस पार्टी मांगेगी। जिनमें ग्रामीण विकास, पीडब्ल्यूडी, बिजली, पशुपालन जैसे विभाग हैं, ताकि पार्टी का जनाधार बढ़ाने में मदद मिले। इसके अलावा भविष्य में होने वाले चुनावों में तीनों पार्टियों की किस रणनीति का पालन करेंगी यह भी सरकार बनने से पहले ही सुनिश्चित किया जाएगा।

इससे पहले महाराष्ट्र में सरकार के गठन पर जारी अटकलों के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि जल्द ही अच्छी खबर मिलेगी। संजय राउत ने कहा कि लगता है कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाएंगे। 4-5 दिन में सरकार बन जाएगी। राउत ने यह दावा कांग्रेस-एनसीपी की दिल्ली में हुई उस बैठक के बाद किया है, जिसमें अभी तक कोई फाइनल नतीजा नहीं हो पाया। न्होंने कहा कि जनता ये चाहती है कि शिवसेना का मुख्यमंत्री बने और राज्य की भावना है कि उद्धव ठाकरे साहब को नेतृत्व करना चाहिए।