मुंबई : आरे में काटे गए 2500 से अधिक पेड़!, उद्धव ठाकरे ने कहा - जंगलों के हत्यारों से सही ढंग से निपटेंगे

मुंबई की आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आरे के जंगलों की कटाई मुंबई मेट्रो के शेड के लिए की जा रही है। इस फैसले का स्थानीय लोग और पर्यावरण प्रेमी विरोध कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि अभी तक 2500 से अधिक पेड़ काटे जा चुके हैं। हालांकि, इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। फिलहाल, प्रशासन के आला अफसर आज भी मौके पर मौजूद हैं और कटाई का काम अंतिम चरण में चल रहा है।

सूत्रों का कहना है कि पेड़ों की कटाई का काम अंतिम चरण में है। अभी तक करीब 2500 से अधिक पेड़ काटे जा चुके हैं। शाम तक सभी पेड़ काटे जा चुके होंगे। इसके बाद पेड़ों को छोटे टुकड़ों में काटकर ट्रकों से ले जाया जाएगा।

आरे कॉलोनी के जंगल से पेड़ों की कटाई को लेकर शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) ने भी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार को अगर आरे कॉलोनी के जंगल की चिंता नहीं है तो उन्हें पर्यावरण बचाने को लेकर भी नहीं बोलना चाहिए। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट किए। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि आरे कॉलोनी के लोगों के साथ हमारे शिवसैनिक खड़ें हैं। मुझे समझ नहीं आ रहा कि मुबंई मेट्रो मुंबईवासियों को अपराधी की तरह क्यों देख रही है और उनकी मांग को क्यों नहीं सुन रही।

वही अब शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने भी इस पेड़ों की कटाई पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जब वो सत्ता में आएंगे तो उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो पेड़ों की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं। ठाकरे ने कहा, 'आने वाली सरकार हमारी सरकार होगी और एक बार हमारी सरकार आ गई तो हम आरे (Aarey) के जंगलों के हत्यारों से सही तरीके से निपटेंगे।'

इस बीच छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल आज चीफ जस्टिस रंजन गोगोई से मुलाकात करेगा। चीफ जस्टिस के आवास पर दोपहर तीन बजे यह प्रतिनिधिमंडल मिलेगा। इस दौरान चीफ जस्टिस से अपने विशेषाधिकार का प्रयोग कर पेड़ों की कटाई पर स्टे की अपील की जाएगी। प्रतिनिधिमंडल का मानना है कि अपील याचिका दायर करने का समय नहीं है।