Indore News : कोरोना से 8 साल के बच्चे की मौत, पिता बोले - प्लेटलेट्स लगातार कम हो रहे थे

देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है इसके साथ ही इस महामारी से मरने वालों का आंकड़ा भी दिनभर दिन बढ़ता जा रहा है वहीं, इस बीच मध्य प्रदेश के इंदौर में एक 8 साल के बच्चे की मौत की कोरोना से मौत हो गई है। बच्चा मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले का रहने वाला था। झाबुआ ही नहीं इंदौर जिले में भी पहली बार इतनी कम उम्र के किसी मरीज की कोरोना से मौत हुई है। इसके पहले 14 से 15 साल के बच्चों की कोरोना से मौत हो चुकी है।

झाबुआ के गोपाल कॉलोनी निवासी पिता ने बताया कि 16 तारीख को बेटे की तबीयत खराब हुई थी। उसे झाबुआ में ही बच्चों के डॉक्टर को दिखाया। 18 तारीख तक बच्चे का इलाज चला, लेकिन उसकी सेहत में सुधार नहीं हुआ। उसे उल्टी-दस्त भी होने लगे। 19 तारीख को रात तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तो 20 को झाबुआ में ही निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जांच में ब्लड में संक्रमण काफी ज्यादा मिला। प्लेटलेट्स लगातार कम हो रहे थे। लीवर में सूजन थी और फेफड़ों में पानी भर रहा था। डॉक्टरों ने डेंगू के लक्षण बताए। उनसे कहा कि कोरोना सैंपल ले लीजिए तो तैयार हो गए। लेकिन तबीयत लगातार बिगड़ने से हम बेटे को इंदौर लेकर आए।

23 मार्च को रिपोर्ट पॉजिटिव आई

पिता ने बताया कि इंदौर में एक निजी अस्पताल में बेटे को भर्ती किया। तब तक संक्रमण और बढ़ गया था। ब्लड प्रेशर गिर रहा था। हार्ट ठीक से पम्प नहीं कर पा रहा था। उसके कोरोना सैंपल लिए गए। यहां पर भर्ती होने के समय से ही ऑक्सीजन पर था। 23 तारीख की रात तबीयत ज्यादा खराब हुई तो डॉक्टरों ने लैब में फोन कर कोरोना की रिपोर्ट पूछी। रिपोर्ट पॉजिटिव निकली। इसके बाद हमें सलाह दी गई कि दूसरे अस्पताल ले जाओ। दो अस्पताल वालों ने बेड नहीं होने का कहकर लेने से इनकार कर दिया। टी चोइथराम में मुश्किल से एडमिट कराया। यहां भर्ती करने के बाद से स्टेबल था। अचानक गुरुवार दोपहर में डाॅक्टरों ने बताया कि वेंटिलेटर पर डालना पड़ेगा। शाम तक बेटे के शरीर में जान नहीं बची। सब कुछ खत्म हो गया। शुक्रवार सुबह परिजन शव लेकर झाबुआ के लिए रवाना हो गए।