राजधानी जयपुर की सड़कें बनी कूड़ेदान, लगातार चौथे दिन नहीं उठा घरों से कचरा, बीवीजी कर्मचारियों की हड़ताल जारी

राजधानी जयपुर के जयपुर ग्रेटर नगर निगम में डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने का काम बीवीजी कंपनी के पास हैं जिसके कर्मचारियों की हड़ताल जारी हैं और इसके चलते लगातार चौथे दिन घरों से कचरा नहीं उठा हैं। लोगों ने कचरा सड़कों पर फेंकना शुरू कर दिया हैं और राजधानी जयपुर की सड़कें कूड़ेदान बन चुकी हैं। सोमवार को भी ग्रेटर क्षेत्र में 4 जोन क्षेत्र में गाड़ियां नहीं आई। नगर निगम में डोर टू डोर कचरा संग्रहण का काम देख रही कंपनी बीवीजी के 70 फीसदी गाड़ियां बंद पड़ी है, क्योंकि कर्मचारियों ने जनवरी का वेतन नहीं मिलने के कारण काम बंद कर दिया है। बीवीजी कंपनी के प्रोजेक्ट हैड उम्मेद सिंह की माने तो नगर निगम ने कंपनी को पिछले 3 महीने का 14 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं किया है। पिछले साल का नवंबर, दिसंबर और इस साल का जनवरी का अब तक कंपनी को भुगतान नहीं मिलने से कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया।

आज दिन में जब खुद मेयर सौम्या गुर्जर अफसरों के साथ जयपुर शहर की सड़कों पर निकली तो उन्हें भी कचरे के ढेर पर से गुजरना पड़ा। वे खुद शहर की स्थिति देखकर दंग रह गई। उन्होंने मौके पर निगम अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा संसाधन लगाकर मैन रोड से सफाई करवाने के लिए कहा। वहीं, नगर निगम हेरिटेज क्षेत्र में निगम प्रशासन ने खुद के स्तर पर सफाई का जिम्मा हाथ में ले लिया। बीवीजी कंपनी के कर्मचारियों की आए दिन हड़ताल को देखते हुए निगम हेरिटेज ने कंपनी का कॉन्ट्रेक्ट ही बीच में खत्म कर दिया।

कंपनी की ओर से इस पूरे काम के लिए करीब 320 गाड़ियां पूरे जयपुर शहर में चलाई जाती है, जो 150 वार्डो में घर-घर जाकर कचरा कलेक्शन करती है। यानी हर वार्ड में दो गाड़ियां काम करती है। अगर नगर निगम प्रशासन चाहे तो अपने स्तर पर भी हर वार्ड में 2-2 गाड़ियां लगाकर ये काम करवा सकता है।