Parliament Monsoon Session 2021: सदन के बाहर PM मोदी बोले- सांसद तीखे सवाल पूछें, लेकिन शांत वातावरण रखें, सरकार को भी जवाब देने का मौका दें

कोरोना महामारी के बीच संसद का मानसून सत्र आज 19 जुलाई से शुरू हो रहा है। मानसून सत्र 13 अगस्त तक चलेगा। इससे पहले संसद के परिसर में मीडिया से चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।

उन्होंने कहा, 'मैं सभी सांसदों से आग्रह करूंगा कि वे लगातार सवाल पूछें, बार-बार सवाल पूछें, लेकिन शांत वातावरण रखें। सरकार को भी जवाब देने के लिए पर्याप्त मौका दें।'

पीएम ने कहा, ' देश की जनता जो जवाब चाहती है, वो जवाब देने की सरकार की पूरी तैयारी है।'

मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से कोरोना वैक्सीन लगवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह टीका बाहु पर लगती है और इससे आप बाहुबली बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि देश में अब तक 40 करोड़ से ज्यादा लोग बाहुबली बन चुके हैं और आगे भी यह काम तेजी से किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि अंदर की व्यवस्था पहले की तरह नहीं है। सभी साथ बैठकर काम करने वाले हैं, क्योंकि करीब-करीब सबका वैक्सीनेशन हो चुका है।

इस सत्र में 2 फाइनेंशियल सहित कुल 31 बिल पेश किए जा सकते हैं। यह सत्र 13 अगस्त तक चलना है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी लोकसभा में किसान कानून के खिलाफ स्थगन का प्रस्ताव देंगे।

सरकार की कोशिश है कि सेशन हंगामे की भेंट न चढ़े, क्योंकि विपक्ष किसान आंदोलन और कोरोना के बहाने सरकार को घेरने की तैयारी में है। रविवार को हुई ऑल पार्टी मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार संसद में सार्थक चर्चा के लिए तैयार है।

संसद के मानसून सत्र से पहले रविवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सदन के नेताओं की संसद भवन में बैठक हुई। सीपीआई के राज्यसभा सांसद बिनॉय विश्वम ने पेगासस स्पाइवेयर के खुलासे पर नियम 267 के तहत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है।

माना जा रहा है कि विपक्ष सत्र के दौरान कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के तरीके, ईंधन की कीमतों में वृद्धि और किसान आंदोलन के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है। सरकार को घेरने की अपनी रणनीति के तहत कई विपक्षी दल किसानों के मुद्दे को लेकर सोमवार को संसद के दोनों सदनों में स्थगन प्रस्ताव लाने की योजना बना रहे हैं।

20 जुलाई को कोरोना पर बोलेंगे प्रधानमंत्री

बैठक में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 20 जुलाई को पार्लियामेंट हाउस एनेक्सी में दोनों सदनों के सांसदों को संबोधित करेंगे। इस दौरान वे कोरोना पर बोलेंगे। विपक्षी दलों ने इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने इसे संसद के मानदंडों का दरकिनार करने की कोशिश बताया। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि संसद सत्र शुरू हो रहा है, इसलिए प्रधानमंत्री को हाउस में बोलना चाहिए। डेरेक ओ ब्रायन ने दावा किया कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, बसपा के सतीश मिश्रा सहित बैठक में मौजूद सभी विपक्षी नेताओं ने संसद के बाहर संबोधन का सुझाव खारिज कर दिया। बैठक में 33 दलों के नेता शामिल हुए।

विपक्षी दलों के सूत्रों ने बताया कि नेताओं ने जोशी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। कुछ ने सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों की जॉइंट मीटिंग का भी सुझाव दिया। CPI(M) के जनरल सेक्रेटरी महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि पार्टी की हमेशा से यही स्थिति रही है कि जब संसद का सत्र चल रहा हो तो सरकार को जो कुछ भी कहना है, वह सदन के पटल पर ऐसा कर सकती है।

लोकसभा अध्यक्ष सेशन से एक दिन पहले सांसदों से मिले

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मानसून सत्र से पहले रविवार को लोकसभा में पार्टियों के नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि सेशन कोविड प्रोटोकॉल के मुताबिक चलेगा। इस दौरान छोटी पार्टियों को भी भरपूर समय दिया जाएगा। पिछली बार सभी दलों की मदद से 122% काम हुआ था।