लखनऊ के आम फेस्टिबल में छाया 'मोदी मैंगो', वजन 450 ग्राम

अब आम में राजनीतिक रंग भी मिल चुका है। दशहरी, चौसा, मल्लिका, केसर, लंगड़ा सहित आम की लगभग 700 किस्मों के बीच अब नई किस्म आई है और वो है 'मोदी मैंगो'। दरहसल, लखनऊ में मैंगो फेस्टिबल का उत्सव मनाया जा रहा है और फलों के राजा आम की कई किस्मों वहां पर दिखाया जा रहा है। इस मैंगो फेस्टिबल में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रहा 'मोदी मैंगो'। 450 ग्राम वजन वाले इस आम का नाम पीएम नरेंद्र मोदी के नाम रखा गया है। मैंगो कमेटी के महासचिव उपेंद्र कुमार सिंह ने इस बारे में बात करते हुए कहा, 'मोदी जी की तरह 'मोदी मैंगो' भी जमकर लोकप्रिय हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी की 56 इंच की छाती की तरह इस आम का आकार भी बड़ा है। इसलिए इसका नाम मोदी मैंगो रखा गया है। नाम की लोकप्रियता को देखते हुए इसे पेटेंट करवाया जाएगा और दस्तावेजों में दर्ज करवाया जाएगा।'

बता दे, लोकसभा चुनाव से पहले अक्षय कुमार के साथ इंटरव्यू में पीएम नरेंद्र मोदी ने आम के प्रति उनके लगाव को लेकर चर्चा की थी। इसके बाद से ही कई फलों के नाम मोदी के नाम पर रखे जा चुके हैं।

लखनऊ में चल रहे मैंगो फेस्टिबल का शुभारंभ वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने किया था वहीं राज्यपाल राम नाईक ने दो दिन के मैंगो फेस्टिबल का समापन किया। इसका आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से किया गया था। इस फेस्टिबल में कई लोग अपने कई परिवार के साथ एन्जॉय करते नजर आए।

यह कोई पहली बार नहीं है जब फलों के राजा आम को लेकर उत्सव मनाया गया हो। इससे पहले राजस्थान के बांसवाड़ा में भी मैंगो फेस्टिबल का आयोजन किया गया था।

आमों की मलिका 'नूरजहां', वजन 2.75 किलो

'आमों की मलिका' के रूप में मशहूर किस्म 'नूरजहां' के फलों का औसत वजन इस बार मौसम की मेहरबानी से बढ़कर 2.75 किलोग्राम पर पहुंच गया है। इस दुर्लभ किस्म के दीवाने इसके लिए 1,200 रुपये तक चुका रहे हैं। नूरजहां के पेड़ों पर जनवरी से बौर आने शुरू होते हैं और इसके फल जून के आखिर तक पककर तैयार होते हैं। नूरजहां के फल तकरीबन एक फुट तक लम्बे हो सकते हैं। इनकी गुठली का वजन 150 से 200 ग्राम के बीच होता है। बहरहाल, यह बात चौंकाने वाली है कि किसी जमाने में नूरजहां के फल का औसत वजन 3.5 से 3.75 किलोग्राम के बीच होता था।