दिल्ली में मॉब लिंचिंग, युवक को निर्वस्‍त्र कर पीटा, फिर चलती बस से फेंका

देश में मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) की वारदातें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। हाल ही में बिहार के सारण में इसुआपुर के उसरी गांव में बच्चाचोर होने के आरोप में छपरा शहर के पांच युवकों की ग्रामीणों ने पिटाई की। इसके बाद पुलिस को सौंप दिया। इसुआपुर थाने के उसरी गांव में ग्रामीणों ने 5 संदिग्ध युवकों को ग्रामीणों ने बच्चा चोर होने के शक में पिटाई कर दी और घंटों तार के पेड़ से बांध कर रखा। वही दिल्ली में कुछ दिन पहले एक दिव्यांग गर्भवती महिला को बच्चा चोर समझ कर भीड़ ने अपने गुस्से का शिकार बना दिया था वही अब एक और मामला दिल्ली से सामने आया है जहां एक युवक लोगों के हत्‍थे चढ़ गया।

इस बार वारदात डीटीसी (DTC) की एक बस (Bus) में हुई। जिसका वीडियो (Video) सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल (Viral) हो रहा है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि पहले भीड़ ने युवक की पिटाई की और फिर बाद में उसकी शर्ट उतरवा दी। भीड़ को शक था कि युवक बस में मौजूद लोगों के साथ चोरी की वारदात को अंजाम दिया। जिसके बाद भीड़ उग्र हो गई और युवक की चलती बस में ही जमकर पिटाई कर दी। इस दौरान युवक लोगों से गुहार लगाता रहा लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी। बाद में भीड़ ने उसे पेंट उतारने के लिए कहा तो वह लोगों के हाथ जोड़ता रहा लेकिन लोगों पर इसका कोई असर नहीं हुआ और उसे निर्वस्‍त्र कर चलती बस से बाहर फेंक दिया। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह मामला सामने आया। जिसके बाद पुलिस (Police) हरकत में आई और मामले की जांच शुरू की। हालांकि अभी तक पुलिस ने किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार वीडियो की जांच की जा रही है और जहां पर वारदात हुई उस जगह की पहचान की कोशिश की जा रही है। इसके बाद उस रूट पर चलने वाले बस चालकों और कंडक्टरों से पूछताछ की जाएगी। अधिकारी ने कहा कि आरोपियों की पहचान कर उन पर उचित कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के अनुसार यह वारदात गत गुरुवार को हुई थी।

इससे कुछ ही दिन पहले दिल्ली के मंडावली इलाके में एक गर्भवती महिला के साथ बच्चा चोरी होने का आरोप लगाते हुए भीड़ ने बेरहमी से मारपीट की थी। महिला गर्भवती होने के साथ ही मूक और बधिर भी है। इस दौरान महिला गंभीर तौर पर घायल हो गई थी। बाद में पुलिस को दिल्ली महिला आयोग ने नोटिस जारी कर पूछा था कि मामले में क्या कार्रवाई की गई और कितने आरोपियों की गिरफ्तारी की गई।