आपकी सुरक्षा के लिए सरकार हुई सचेत, अब कार में फ्रंट सीट पैसेंजर्स के लिए जरूरी होगा एयरबैग!

कारों की फ्रंट पैसेंजर सीट्स पर भी एयरबैग्स को अनिवार्य करने का प्रस्ताव मिनिस्ट्री ऑफ़ रोड ट्रांसपोर्ट और हाइवेज की तरफ से दिया गया है, जिससे कार में ड्राइवर के बगल वाली सीट पर बैठने वाले पैसेंजर की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। बता दे, पिछले कुछ सालों से भारत सरकार कारों को ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित बनाने की दिशा में काम कर रहे है, नतीजतन अब पहले के मुकाबले किसी कार में स्टैंडर्ड रूप से कहीं ज्यादा सेफ्टी फीचर्स दिए जाते हैं जो कार चलाने वाले ड्राइवर के साथ ही पैसेंजर्स की सुरक्षा के लिए बेहद ही अहम हैं, इसीलिए सरकार इनपर जोर दे रही है और सख्ती से इन नियमों का पालन करवाया जा रहा है। ऑटो कंपनियां सरकार के दिशा निर्देश को देखते हुए कारों में इन फीचर्स को जोड़ रही हैं।

अगर इस नियम को लागू किया जाता है तो ड्राइवर सीट्स के साथ ही ड्राइवर के बगल वाली सीट्स के लिए भी एयरबैग्स अनिवार्य हो जाएंगे। मौजूदा समय में कारों के लिए ड्राइवर एयरबैग अनिवार्य है लेकिन को-ड्राइवर सीट के लिए इसकी कोई अनिवार्यता नहीं है और इसी वजह से ये नया नियम लाया जा रहा है।

ज्यादातर भारतीयों का सोचना होता है कि, कार में सफर करना एकदम सुरक्षित होता है। लेकिन हम आपको बता दें कार में हादसे के वक्त सबसे ज्यादा खतरा ड्राइव और फ्रंट सीट पर बैठे पैसेंजर की जान के लिए होता है। इसके पीछे बड़ी वजह ये है कि, भारत में बिकने वाली ज्यादातर कारों में फ्रंट सीट के लिए एयर बैग्स नहीं दिए होते। ऐसे में हादसे के वक्त ड्राइवर और फ्रंट सीट पर बैठने वाले पैसेंजर की जान बचना मुश्किल हो जाता है।

इस प्रस्ताव को भारत की नई कारों में लागू करने के लिए कारों के 1 अप्रैल 2021 और मौजूदा मॉडल्स में लागू करने के लिए 1 जून 2021 की समय सीमा निर्धारित की गई है। इस संबंध में एक ड्राफ्ट नोटिस मिनिस्ट्री ऑफ़ रोड ट्रांसपोर्ट और हाइवेज की वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया है।

आपको बता दें कि कार के लिए कई अन्य फीचर्स को भी अनिवार्य किया गया है जिसमें सीटबेल्ट रिमाइंडर, स्पीड अलर्ट सिस्टम भी शामिल हैं जो आपको किसी भी हादसे से सुरक्षित रखने का काम करते हैं। इसके अलावा अब कारों में एबीएस को भी शामिल किया जा रहा है जो सेंसर की मदद से काम करता है। ये सिस्टम कार को पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा सुरक्षित बनाता है और तेज ब्रेक लगने की स्थिति में कार को डिसबैलेंस नहीं होने देता है।

कार एक्सपर्ट का कहना है कि कारों में चाइल्ड लॉक सिस्टम को भी अनिवार्य करना चाहिए। क्योंकि कई बार कार के अंदर खेलते समय बच्चें हादसे का शिकार हो जाते है। इसलिए एक्सपर्ट चार पहिया वाहनों में चाइल्ड लॉक सिस्टम को अनिवार्य करने की मांग कर रहे हैं।

भारत सरकार सड़क हादसों के दौरान होने वाली मृत्यु के आंकड़ों में कमी लाने और ड्राइवर और पैसेंजर्स को ज्यादा से ज्यादा सुरक्षा प्रदान करने के लिए कारों में सेफ्टी फीचर्स बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है और कार मेकर्स को दिशानिर्देश दे रही है।