#MeToo कैम्पेन की मदद से भारत में महिलाएं अपने साथ अतीत में हुई यौन शोषण की घटनाओं का सोशल मीडिया की मदद से जमकर खुलासा कर रही है। अभी तक हमने इस कैम्पेन से जुड़े जितने भी मामले सुने है उनमें केवल बॉलीवुड सितारों के नाम आया है लेकिन अब यह राजनीति में भी पहुंच गया है। इसका शिकार हुए हैं केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर। मंत्री पर दो महिला पत्रकारों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों से उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब कांग्रेस ने भी एम.जे. अकबर के मामले में न सिर्फ कांग्रेस ने मामले की जांच की मांग की है, बल्कि उनके इस्तीफे की भी मांग की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयपाल रेड्डी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि एम.जे. अकबर खुद आकर मामले पर सफाई दें या फिर इस्तीफा दें। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। वहीं, कांग्रेस की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने सुषमा स्वराज की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आखिर अपने मंत्री पर सुषमा स्वराज चुप क्यों हैं? उदित राज पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है बीजेपी। बता दें कि अपने समय के मशहूर संपादक व वर्तमान में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एम।जे।अकबर पर दो महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। एक महिला पत्रकार द्वारा विदेश राज्य मंत्री एम.जे. अकबर पर आरोप लगाने के एक दिन बाद, उनकी एक और पूर्व सहयोगी ने भी उन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए।
इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मंगलवार को पूछा गया था कि क्या उनकी सरकार केंद्रीय मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई करेगी, लेकिन उन्होंने सवाल को टाल दिया था। देश में ‘#MeToo’ अभियान तेज हो गया है, मनोरंजन और मीडिया जगत से जुड़ी कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न की आपबीती साझा की है।
बता दें कि अकबर कई अखबार और पत्रिकाओं के संपादक रह चुके हैं। साल 2017 में एक महिला पत्रकार ने बताया था कि उसके बॉस ने उसे होटल के कमरे में जॉब इंटरव्यू के लिए बुलाया था। प्रिया रमानी नाम की एक महिला ने ट्वीट किया है कि एमजे अकबर ने होटल रूम में इंटरव्यू के दौरान कई महिला पत्रकारों के साथ आपत्तिजनक हरकतें की हैं।