मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के 7 जिलों के लिए जारी किया डबल अलर्ट, बिजली गिरने और भारी बारिश की संभावना

शिमला। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने हिमाचल प्रदेश के लिए डबल अलर्ट जारी किया है। शिमला में शुक्रवार हुई भारी बारिश के बाद सात जिलों के लिए यह अलर्ट जारी किया गया है। 12 जिलों में से सात जिलों में भारी बारिश, गरज चमक के साथ बौछार और बिजली गिरने की आंशका व्यक्त की गई है। इस दौरान तेज हवाएं चलने के कारण बागानों, बागवानी, खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचने, कमजोर पड़ गये ढांचों और मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचने की भी आशंका है।

आईएमडी ने बताया है कि दक्षिण पश्चिमी मानसून शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के सभी हिस्सों में पहुंच गया। अब आने वाले सोमवार और मंगलवार को भी कई स्थानों पर भारी बारिश होगी। दो दिन के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा है कि गुरुवार तक बारिश का यह दौर जारी रहेगा।

मौसम विभाग ने दो दिन के लिए ओरेंज अलर्ट जारी किया है। इसमें कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर और सोलन जिले शामिल हैं। यहां शनिवार और रविवार को मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। हिमाचल प्रदेश के प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया है कि मलयाना सुराला रोड पर तीन वाहन मलबे में दब गए लेकिन जनहानि नहीं हुई है।

मौसम विभाग ने बताया है कि सबसे ज्यादा बारिश उपनगरीय क्षेत्र जुब्बारहट्टी में 136 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके बाद शिमला में 84 मिलीमीटर बारिश हुई। गोहर में 42 मिलीमीटर, माशोबरा में 39.5 मिलीमीटर, स्लापर में 34.6 मिलीमीटर, कुफरी और शिलारू में 24.2 मिलीमीटर, सराहन और बर्थिन में 22 मिलीमीटर, घागस में 18.8 मिलीमीटर, कारसोग में 18.2 मिलीमीटर, काहू में 16 मिलीमीटर और पंडोह में 12 मिलीमीटर वर्षा हुई।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश मानसून से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। आमजन से अपील है कि नदियों और नालों से दूर रहें। बादल फटने की स्थिति में बढ़ा जलस्तर घातक हो सकता है। राज्य सरकार मानसून से उत्पन्न होने वाली किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सभी कर्मियों को सतर्क कर दिया गया है।

हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान सड़कों की मरम्मत के लिए प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। मानसून में राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ने वाली सड़कों की मरम्मत के लिए उनके द्वारा घोषित 150 करोड़ रुपए जारी करने का अनुरोध किया।