पाकिस्तान के झूठ की खुली पोल: सेना ने वीडियो जारी कर दिखाया, एयरफोर्स स्टेशनों को कोई नुकसान नहीं

भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है। लगातार दूसरे दिन पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों को निशाना बनाकर हमला करने की कोशिश की। हालांकि, भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए जम्मू-श्रीनगर से लेकर पठानकोट और पोखरण तक ड्रोन हमलों की सभी कोशिशों को असफल कर दिया।

पाक के झूठ और हमलों का खुलासा

एहतियात के तौर पर भारत ने 32 एयरपोर्ट्स को 14 मई तक बंद कर दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के साथ नई दिल्ली में बैठक कर हालात की समीक्षा की। इसके बाद सेना और विदेश मंत्रालय की संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग में महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की गईं:

1. पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दिया जा रहा है।
2. पाक ने बड़े और उन्नत हथियारों का इस्तेमाल किया।
3. उसकी गतिविधियां पूरी तरह से उकसाने वाली हैं।
4. पाकिस्तानी सेना ने सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया।
5. जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को करारा झटका दिया गया।
6. पाक की ओर से लगातार गोलीबारी की गई।
7. उन्होंने नागरिक विमानों को भी ढाल बनाया।
8. मिसाइल हमले के प्रयास किए गए।
9. पाक के चार एयरबेस पर भारतीय सेना ने सख्त कार्रवाई की।
10. सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से कई झूठी खबरें फैलाई गईं।
11. भारतीय सेना ने कार्रवाई के वीडियो जारी कर पाक के दावों को झूठा साबित किया।
12. पाकिस्तान ने 26 स्थानों पर हवाई घुसपैठ की कोशिश की।
13. तोप से भी कई इलाकों में भारी गोलीबारी की गई।

कर्नल सोफिया कुरैशी का बड़ा खुलासा

सेना की ओर से जानकारी देते हुए कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया, “पाकिस्तानी सेना पश्चिमी सीमाओं पर बार-बार हमले कर रही है। उन्होंने भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए ड्रोन, लंबी दूरी के हथियार, युद्धक विमानों और अन्य उन्नत हथियारों का इस्तेमाल किया है। भारतीय सेना ने समय पर प्रतिक्रिया देकर इन खतरों को विफल किया है।”

कर्नल सोफिया ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने 26 से अधिक स्थानों पर हवाई मार्ग से घुसपैठ करने की कोशिश की और उधमपुर, भुज, पठानकोट और बठिंडा में वायुसेना के ठिकानों पर भारत के उपकरणों और सैनिकों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया।

भारतीय सेना के अनुसार, पाकिस्तान ने पंजाब के एक वायुसेना बेस को निशाना बनाने के लिए रात 1:40 बजे हाई-स्पीड मिसाइलों का उपयोग किया। इसके अलावा, उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं और स्कूलों को भी निशाना बनाया, जिससे आम नागरिकों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई।