नागौर : कोरोनाकाल में पेश की अनोखी मिसाल, शादी के दौरान मौजूद रहे सिर्फ 8 लोग, गौशाला में दान की बचाई गई 1.71 लाख की रकम

इस कोरोनाकाल में सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए शादियों में सिर्फ 31 लोगों को शामिल होने की ही इजाजत दी गई हैं। इससे लोगों की शादियों में खर्चा भी कम हो रहा हैं। इस कोरोनाकाल में नागौर में एक अनोखी मिसाल पेश की गई जहां शादी के दौरान सिर्फ 8 लोग ही मौजूद रहे और शादी में बचाई गई रकम 1.71 लाख रूपये गोशाला में दान कर दी गई। यह विवाह जिले के पीह कस्बे में हुआ जहां पीह कस्बे के निवासी भागुराम चावला ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए अपने दो बेटों लक्ष्मण चावला व सुखराम चावला का विवाह सादगी व बेहद कम लोगों की मौजूदगी में किया। इस परिवार की तरफ से दूल्हा-दुल्हन के अलावा उनके माता-पिता और परिजन सहित मिलाकर महज 8 लोग शामिल हुए। इस दौरान मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा गया।

जिले के दोनों की शादी अजमेर के केकड़ी की दो बहनों कविता और सुमन के साथ हुआ। चारों की शादी पुष्कर में अखिल भारतीय खटीक महासभा के तत्वाधान में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में की। यहां कोरोना गाइडलाइन की पालना के साथ सादगी से हुए समारोह में न बैंड-बाजे के साथ बारात निकाली और न ही कोई भीड़ दिखी। इस दौरान दूल्हा- दुल्हन के माता-पिता व एक दो नजदीकी परिजनों को ही एंट्री दी गई। गोवर्धन चावला ने अपने भाइयों कि शादी में बचाई गई 1 लाख 21 हजार रूपए व गोवर्धन के चाचा टीकमचंद चावला ने 51 हजार रूपए की राशि गांव की श्री गुरुदेव परमार्थ गौशाला को सौंपी।