मनमोहन सिंह ने अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र पर साधा निशाना, कहा - खराब इकोनॉमी का सरकार को एहसास तक नहीं

मौजूदा अर्थव्यवस्था को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने कहा कि अर्थव्यवस्था खराब से बेहद खराब होती जा रही है और सबसे ज्यादा खतरनाक बात ये है कि सरकार को इस बात का एहसास नहीं है। मनमोहन सिंह ने कहा हम आर्थिक मंदी के दौर में हैं। विकास दर घटकर 5 फीसदी रह गई है। यह हमें 2008 की याद दिलाता है जब हमारी सरकार में अर्थव्यवस्था एक दम से नीचे आ गई थी। आज के समय में भी हम कुछ वैसी ही स्थिति का सामना कर रहे हैं, फिर चाहे वो रियल स्टेट की बात हो या फिर कृषि के क्षेत्र की। प्रत्येक क्षेत्र में दिख रही गिरावट के कारण अर्थव्यवस्था लगातार नीचे जा रही है।

उन्होंने कहा, उस समय की गिरावट अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट के कारण हुई थी। उस समय हमारे सामने चुनौतीपूर्ण स्थिति थी। हमारे लिए चुनौती थी कि लेकिन हमने इस चुनौती को एक अवसर के रूप में लिया और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की तरफ कदम बढ़ाए।

उन्होंने कहा कि अगर इस परिस्थिति से नहीं निकला गया तो रोजगार के क्षेत्र में सबसे बुरी स्थिति पैदा होगी। अगर लगातार लोग बेरोजगार खोते जाएंगे तो अर्थव्यवस्था के लिए परेशानी और बढ जाएगी।

बता दे, कुछ दिन पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने कहा था कि अगर देश को 5 हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था तक लेकर जाना है तो उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण की नीतियों पर आधारित आर्थिक सुधार जारी रखने होंगे। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबी, सामाजिक असमानता, सांप्रदायिकता और धार्मिक कट्टरवाद तथा भ्रष्टाचार लोकतंत्र के समक्ष कुछ प्रमुख चुनौतियां हैं। मनमोहन सिंह ने कहा, इस समय हमारी अर्थव्यवस्था धीमी पड़ती दिखती है। बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। किसान संकट में हैं। बैंकिंग प्रणाली संकट का सामना कर रही है। जीडीपी वृद्धि दर में गिरावट आ रही है। निवेश की दर स्थिर है। भारत को 5 हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए देश को एक अच्छी तरह से सोची-समझी रणनीति की जरूरत है।