टिक टॉक बैन से नाखुश ममता की सांसद नुसरत जहां, नाराजगी जताते हुए कही ये बात

चीनी ऐप टिक टॉक पर बैन को लेकर पश्चिम बंगाल के बशीरहाट से सांसद और फिल्म एक्ट्रेस नुसरत जहां नाखुश है। उन्होंने इसके प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस ऐप को जल्दबाजी में बंद किया गया और फैसला लेने से पहले सोच विचार नहीं किया गया। उन्होंने इसकी तुलना नोटबंदी से की

कोलकाता में मीडिया ने नुसरत से टिक टॉक बैन पर उनकी राय जाननी चाही। इस पर उन्होंने कहा, 'टिक टॉक एंटरटेनमेंट ऐप है। यह बिना सोचे समझे और जल्दबाजी में लिया गया फैसला है। इसके लिए क्या प्लान तैयार किया गया है? बैन के बाद जो लोग बेरोजगार होंगे, उनके बारे में क्या सोचा गया है? लोगों को वही तकलीफ होगी जो नोटबंदी के वक्त हुई थी।'

नुसरत के मुताबिक, व्यक्तिगत तौर पर उन्हें इस एंटरटेनमेंट पर बैन से दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा, 'राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए इस ऐप पर बैन लगाया गया है। इसलिए, मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन, मैंने इससे जुड़े जो सवाल किए हैं, उनका जवाब कौन देगा?'

बता दे, लद्दाख सीमा पर भारत-चीन की सेनाओं के बीच जारी तनाव के बीच सोमवार को केंद्र सरकार ने चीन की 59 ऐप्स को भारत में बैन करने का आदेश जारी किया था। सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के सेक्शन 69 A के तहत इन चीनी ऐप्स को बैन किया है। सरकार के मुताबिक, ये ऐप्स जिन गतिविधियों में शामिल हैं, उनसे भारत की सुरक्षा, सम्प्रभुता और एकता को खतरा है। पिछले कुछ दिनों से 130 करोड़ भारतीयों की प्राइवेसी और डेटा की सुरक्षा को लेकर चिंताएं जाहिर की जा रही थीं। इनमें कहा गया था कि इन ऐप्स से सम्प्रभुता और एकता को खतरा है। सरकार के इस फैसले के बाद अब इन ऐप्स को मोबाइल के अलावा किसी अन्य माध्यम से भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा।