पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) दिल्ली में महागठबंधन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए तैयार हो गईं हैं। बीजेपी के खिलाफ विपक्ष के सभी बड़े दल 22 नवंबर को दिल्ली में एक मीटिंग करने वाले हैं। ये बैठक आंध्र प्रदेश के सीएम और तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) ने बुलाई है।
ममता सरकार ने सीबीआई को राज्य में छापे मारने की रजामंदी वापस लीममता सरकार (Mamata Banerjee) ने भी सीबीआई को राज्य में छापे मारने या जांच करने के लिए दी गई 'सामान्य रजामंदी' वापस ले ली। राज्य सचिवालय के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। आंध्र प्रदेश सरकार की घोषणा के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) को अपना समर्थन जताया। उन्होंने कहा, 'चंद्रबाबू नायडू ने बिल्कुल सही किया। भाजपा अपने राजनीतिक हितों और प्रतिशोध के लिए सीबीआई तथा अन्य एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। ' पश्चिम बंगाल में 1989 में तत्कालीन वाम मोर्चा सरकार ने सीबीआई को सामान्य रजामंदी दी थी। अधिकारी ने नाम नहीं जाहिर होने की शर्त पर कहा कि शुक्रवार की अधिसूचना के बाद सीबीआई को अब से अदालत के आदेश के अलावा अन्य मामलों में किसी तरह की जांच करने के लिए राज्य सरकार की अनुमति लेनी होगी। इससे पहले चंद्रबाबू नायडू सरकार ने (सीबीआई) को राज्य में कानून के तहत शक्तियों के इस्तेमाल के लिए दी गई 'सामान्य रजामंदी' वापस ले ली थी।
ममता बनर्जी 22 नवंबर को दिल्ली आने के लिए तैयारशुक्रवार को चंद्रबाबू नायडू ने ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं से कोलकाता में मुलाकात की। इसी दौरान महागठबंधन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए ममता बनर्जी ने हामी भर दी। टीडीपी के सूत्रों ने सीएनएन-न्यूज़18 को बताया कि ममता बनर्जी 22 नवंबर को दिल्ली आने के लिए तैयार हो गई हैं।
कांग्रेस, टीडीपी, आम आदमी पार्टी, जेडी(एस), एनसीपी और टीएमसी होंगे शामिलइस बैठक में शामिल होने के लिए कांग्रेस ( Congress ), टीडीपी, आम आदमी पार्टी, जेडी(एस), एनसीपी और टीएमसी ने अब तक हामी भर दी है। टीडीपी के नेता शनिवार को प्रफुल पटेल से मुंबई में मुलाकात करेंगें। शरद पवार भी इस बैठक में शामिल होने के लिए तैयार हो गए हैं। शरद यादव ने भी बैठक के लिए हामी भर दी है। लेकिन मायावती ने अब तक इस बैठक में शामिल होने का मन नहीं बनाया है। लेफ्ट के नेता भी इस बैठक से दूर भाग रहे हैं।
आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू के कंधों पर है जिम्मेदारीइन दलों को करीब लाने का जिम्मा इस बार आंध्र प्रदेश के सीएम और तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने उठाया है। एंटी-बीजेपी फ्रंट को मजबूत करने की कोशिशों के बीच चंद्रबाबू नायडू कुछ दिन पहले ही अमरावती में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत से मुलाकात की। इस मीटिंग में ये तय हुआ कि बीजेपी के खिलाफ विपक्ष के सभी बड़े दल 22 नवंबर को दिल्ली में एक मीटिंग करेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व सीएम अखिलेश यादव और डीएमके नेता एमके स्टालिन से मुलाकात के बाद नायडू ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की।