ममता सरकार का बड़ा फैसला, बंगाल में 1 जून से खुलेंगे सभी धार्मिक स्थल

देश में कोविड-19 के मामले बढ़कर 1,65,799 हो गए हैं और भारत वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित देशों की सूची में नौंवे स्थान पर पहुंच गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गुरुवार को सुबह आठ बजे से अब तक इस संक्रामक रोग से 175 लोगों की मौत हुई और 7,466 नए मामले सामने आए। इसके साथ, संक्रमण के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,706 हो गई जबकि संक्रमितों की संख्या 1,65,799 पर पहुंच गई।

कोरोना संकट को लेकर शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राज्य में धार्मिक स्थल 1 जून से खोल दिए जाएंगे। लेकिन इसके लिए कुछ जरूरी बातें भी होंगी जिसका पालन करना होगा। ममता ने घोषणा की है कि एक जून से सभी धार्मिक स्थल सुबह 10 बजे से खोले जाएंगे। हालांकि धार्मिक स्‍थलों में किसी भी तरह की सभा का आयोजन नहीं होगा।

ममता बनर्जी ने प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि अगर कोरोना इसी रफ्तार से बढ़ता रहा तो मंदिरों और मस्जिदों को बंद रखने का क्या मतलब है। इसके साथ ही उन्होंने साफ-साफ कह दिया है कि किसी को भी धार्मिक स्थलों पर इकट्ठा होने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसके लिए सरकार ने कुछ नियम भी तय किए हैं। सभी धार्मिक स्थलों को पहले सैनेटाइज किया जाएगा और एक बार में 10 से अधिक लोग एकत्र नहीं हो सकेंगे।

सरकारी और निजी दफ्तर 8 जून से खुलेंगे

इसके साथ ही ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में 8 जून से सभी सरकारी और प्राइवेट कर्मचारियों के काम पर लौटने का भी ऐलान किया है। उन्‍होंने कहा कि 8 जून से 100% क्षमता के साथ सभी सरकारी और निजी दफ्तर खुल जाएंगे। चाय व जूट उद्योग भी एक जून से 100% कामगारों के साथ खुल जाएंगे। हालांकि स्‍कूल अभी जून महीने तक बंद रहेंगे।

ममता बनर्जी ने कोरोना संकट पर अपनी बात जारी रखते हुए आगे कहा कि पश्चिम बंगाल कोरोना और तूफान जैसी दोहरी समस्या से जुझ रहा है। ऐसे में लोगों को अपने लक्षण छुपाने नहीं चाहिए। ममता बनर्जी ने अपील की अगर किसी को कोरोना जैसे लक्षण नजर आते हैं तो प्लीज अपने डॉक्टर से बात करें। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सभी बुखार कोरोना नहीं होते। घबराने की जरूरत नहीं।

'कोरोना एक्सप्रेस' ट्रेन चला रही रेलवे: ममता बनर्जी

इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल पिछले दो महीने में कोविड-19 को फैलने से रोकने में सफल रहा था, लेकिन अब मामले इसलिए बढ़ रहे हैं, क्योंकि बाहर से लोग लौट रहे हैं। रेलवे हजारों प्रवासी श्रमिकों को एक ही ट्रेन में भेज रहा है, अधिक ट्रेनें क्यों नहीं दी जा रही हैं। श्रमिक स्पेशल ट्रेन के नाम पर भारतीय रेल 'कोरोना एक्सप्रेस' ट्रेन चला रही है।

ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्राइवेट डॉक्टरों से भी अपील की। उन्होंने कहा, 'मैं प्राइवेट डॉक्टरों से अपील करती हूं कि वे मरीजों को देखना शुरू करें। लेकिन पूरी सुरक्षा के साथ।' ममता बनर्जी ने आगे कहा कि बीमारी धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करती। इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कीजिए। सभी धार्मिक स्थल चाहे वो मंदिर हो या मस्जिद बंद हैं। कानून सबके लिए बराबर होता है।