दक्षिण कोलकाता के मांझेरहाट में करीब 60 साल पुराने फ्लाइओवर का हिस्सा गिरने से बड़ा हादसा हुआ है। हादसे में कई वाहनों के दबे होने की आशंका है। ऐसा अनुमान है कि पुल के गिरे हुए हिस्से के नीचे भी कुछ लोग या वाहन फंसे हुए है। वहीं पुल के ऊपरी हिस्से पर भी कई वाहन फंसे हुए दिखाई दे रहे है। मरने वालों की सूचना अभी सामने नहीं आई है लेकिन जिस तरह से घटना की वीभत्सता दिखाई दे रही है, इसमें 35 लोगों से ज्यादा के दबे होने की आशंका है, वहीं खबर है कि 9 लोगों को बचाने के बाद सीएमआरआई अस्पताल ले जाया गया है। इस पुल के नीचे रेल लाइन है। ऐसा बताया जा रहा है कि निकट ही रेलवे स्टेशन पर जाने वाले लोगों को भी इंजरी हुई है। वहीं ऐसी भी खबर है कि भी तक हादसे में 5 लोगों के मारे जाने की आशंका है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
वहीं रेलवे की तरफ से एक आधिकारिक जानकारी सामने आई है जिसमें कहा गया है कि इस हादसे में किसी रेलवे कर्मचारी/यात्रियों के मारे जाने की कोई खबर नहीं है। ये जानकारी पूर्वोत्तर रेलवे अधिकारी रंजन महापात्रा ने दी है। जबकि 5 गाड़ियां और एक मिनि बस इस दुर्घटना के चपेट में आईं हैं।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग में मीडिया से बात करते हुए हादसे पर दुख व्यक्त किया, उन्होंने कहा, हम घटना को लेकर बहुत चिंतित है, रेसक्यू टीम से लगातार संपर्क बनाए हुए है। मैं जल्द से जल्द कोलकाता पहुंचने की कोशिश करूंगी। अगर शाम को कोई फ्लाइट नहीं हुई तो बहुत मुश्किल होगी। हमारी टीम का फोकस राहत और बचाव कार्य पर है, हमारी प्राथमिकता बचाव और राहत कार्य की है। बाकि हादसे की जांच की बाद में की जाएगी।'
प्रत्यक्षदर्शी ने मीडिया को बताया, 'बड़ी जोर से आवाज सुनी, उसके बाद से पूरे इलाके में बिजली चली गई। हमने आकर देखा तो लोग फंसे हुए थे। कई गाड़ियां फंसी हुई थी। मौके पर सीपी साहब भी आए है। लोकल थाने से भी पुलिस वाले है। बहुत सी बाइक नीचे फंसी हुई है। कितने लोग मरे होंगे इसकी कोई जानकारी नहीं है, लेकिन घायलों की संख्या अधिक हो सकती है।'
हादसे के वक्त सेना को नहीं बुलाया गया है, लेकिन यह इलाका आर्मी फील्ड अस्पताल से काफी नजदीक है, इसलिए सेना को अलर्ट पर रखा गया है। बता दें कि कोलकाता में 2016 में भी इसी तरह का एक बड़ा हादसा हुआ था। उस समय गिरिश नगर पार्क में एक निर्माणाधीन पुल 31 मार्च, 2016 को ढह गया था। इस घटना में 27 लोग मारे गए थे और 70 से अधिक घायल हुए थे।