महाराष्‍ट्र की सियासी जंग के बीच संजय राउत के अनोखे शायराना ट्वीट...

महाराष्‍ट्र में चल रही राजनीतिक उठापटक के बीच शिवसेना सांसद और प्रवक्‍ता संजय राउत (Sanjay Raut) अपने बयानों, ट्वीट और लेखों से राज्‍य में चल रहे सियासी ड्रामे को नया रूप और नई दिशा देने में अहम भूमिका निभा रहे है। 24 अक्‍टूबर को आए चुनावी नतीजों के ठीक अगले दिन उन्‍होंने सामना में एक कार्टून छापा जिसमें शिवसेना का प्रतीक चिन्‍ह शेर, गले में एनसीपी के प्रतीक घड़ी का लॉकेट पहने, बीजेपी के प्रतीक कमल के फूल की खुशबू ले रहा था। नीचे लिखा था बुरा न मानो दिवाली है। दिवाली के पटाखों के बीच होली की ठिठोली का यह डिस्‍क्‍लेमर क्‍या कहना चाहता था, अब समझ आ रहा है। पिछले दिनों एनसीपी के विकल्‍प के दम पर शिवसेना ने बीजेपी को उंगलियों पर नचाने की खूब कोशिश की।

संजय राउत के अनोखे शायराना ट्वीट

- मंगलवार को उन्‍होंने ट्वीट किया, 'लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नही होती ।' हम होंगे कामयाब.. जरूर होंगे...।'

- 1 नवंबर को उन्‍होंने ट्वीट किया- *साहिब...* *मत पालिए, अहंकार को इतना,* *वक़्त के सागर में कई,* *सिकन्दर डूब गए..!

- 3 नवंबर को संजय ने पोस्‍ट किया- 'उसूलों पर जहां आंच आए, टकराना ज़रूरी है, जो ज़िन्दा हो, तो फिर ज़िन्दा नज़र आना ज़रूरी है ....जय महाराष्ट्र...।'

- 4 नवंबर को उन्‍होंने पोस्‍ट किया, 'लक्ष्‍य तक पहुंचने से पहले सफर में मजा आता है'। उनका यह ट्वीट बीजेपी को शायद ही मजेदार लगा होगा।

- 5 नवंबर को कवि दुष्‍यंत कुमार की लाइनें पोस्‍ट कीं, 'सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए, मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही; हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए।'

- 6 नवंबर को उनका कटाक्ष आया इस ट्वीट के रूप में, 'जो लोग कुछ भी नहीं करते वो लोग कमाल करते हैं।'

- 7 नवंबर को उन्‍होंने एक और तंज कसा, शायद अपने सहयोगी दल पर कि, 'तुम्हारे पांव के नीचे कोई ज़मीन नहीं; कमाल है कि, फ़िर भी तुम्हें यक़ीन नहीं' इस बार भी लाइनें दुष्‍यंत कुमार की कविता की थीं।


- 9 नवंबर को उन्‍होंने वसीम बरेलवी को कोट करते हुए ट्वीट किया, 'मैं ऐतबार न करता तो और क्‍या करता...।'

- 10 नवंबर को पोस्‍ट किए गए ट्वीट में उन्‍होंने शिकायती लहजे में कहा, 'जो खानदानी रईस हैं वो, मिजाज रखते हैं नर्म अपना, तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई-नई है।'

- 11 नवंबर को संजय राउत ने दार्शनिक अंदाज में ट्वीट किया- 'रास्ते की परवाह करूंगा तो मंजिल बुरा मान जाएगी...'।