हनुमान चालीसा विवाद: गिरफ्तारी के बाद थाने में चाय पी रही थीं नवनीत राणा, दुर्व्यवहार और पानी नहीं देने का आरोप गलत

नवनीत राणा ने महाराष्ट्र पुलिस पर आरोप लगाया था कि अरेस्ट करने के बाद उन्हें पूरी रात पानी नहीं दिया गया। उन्होंने यह भी कहा था कि अनुसूचित जाति का बताकर उन्हें रात भर वॉशरूम इस्तेमाल नहीं करने दिया गया। हालांकि, मंगलवार को मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे ने आरोपों को खारिज करते हुए एक सीसीटीवी फुटेज शेयर किया है, जिसको खार पुलिस स्टेशन का बताया जा रहा है। इसमें निर्दलीय सांसद नवनीत राणा, पति और विधायक रवि राणा थाने में बैठकर चाय/कॉफी पीते दिख रहे हैं।

बता दें कि इससे पहले नवनीत राणा ने लोकसभा स्पीकर को एक पत्र लिखा था, इसमें उन्होंने मुंबई पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे। कहा गया था कि पुलिस ने उनपर जातिगत टिप्पणी की। इतना ही नहीं नवनीत ने कहा था कि पुलिस ने उनको पीने का पानी नहीं दिया था और बॉथरूम भी इस्तेमाल नहीं करने दिया था।

राणा दंपती पर दर्ज राजद्रोह के मामले में MP/MLA कोर्ट में अब 29 अप्रैल को सुनवाई होगी। दोनों ने राजद्रोह की याचिका खारिज करने और जमानत देने की मांग को लेकर याचिका दायर की है। नवनीत राणा के वकील रिजवान मर्चेट ने कहा- आज अदालत के पास बहुत पेंडिंग केस थे, जिसके बाद उनके आग्रह पर हम इस बात पर राजी हो गए हैं कि जमानत अर्जी पर 29 अप्रैल को सुनवाई होगी।'

स्पीकर ओम बिड़ला को नवनीत राणा ने लिखा खत

सोमवार को नवनीत राणा ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी थी। नवनीत राणा ने चिट्ठी में लिखा, 'मुझे 23 तारीख को पुलिस स्टेशन ले जाया गया। 23 अप्रैल को मुझे पूरी रात पुलिस स्टेशन में ही गुजारनी पड़ी। रात को मैंने कई बार पीने के लिए पानी मांगा, लेकिन रातभर मुझे पानी नहीं दिया गया।' नवनीत ने आगे बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मौके पर मौजूद पुलिस स्टाफ ने कहा कि मैं अनुसूचित जाति की हूं, इसलिए वह मुझे उसी ग्लास में पानी नहीं दे सकते, जिसमें वे लोग पीते हैं। मतलब मुझे मेरी जाति की वजह से पीने के लिए पानी तक नहीं दिया गया। मैं यह जोर देकर कहना चाहती हूं कि मेरी जाति की वजह से मुझे बुनियादी मानवाधिकारों से वंचित रखा गया।

नवनीत आगे कहती हैं कि मुझे रात को बाथरूम जाना था, लेकिन पुलिस स्टाफ ने मेरी इस मांग पर भी कोई ध्यान नहीं दिया। फिर मुझे गाली दी गई। कहा गया कि नीची जात वालों को वे (पुलिस स्टाफ) अपना बाथरूम इस्तेमाल नहीं करने देते हैं।

क्या है मामला

राणा दम्पति ने शुक्रवार को उद्धव ठाकरे के घर 'मातोश्री' के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था। राणा दम्पति के इस ऐलान के बाद सुबह से ही उनके घर के बाहर शिवसैनिक भारी संख्या में जुट गए। उन्होंने दिनभर राणे दंपति के घर के बाहर हंगामा किया। शिवसैनिकों ने राणे दम्पति पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। पुलिस में दर्ज करवाई गई शिकायत में शिवसैनिकों ने कहा उनके लिए मातोश्री मंदिर की तरह है। शिवसैनिकों ने कहा कि राणा दंपति ने उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई। शिवसैनिकों की शिकायत के बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 153 A (धर्म, जाति या भाषा के आधार पर 2 समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के लिए) के तहत मामला दर्ज किया और राणा दम्पति को गिरफ्तार कर लिया। फिर उनको जेल भेज दिया गया।