कौन होगा महाराष्‍ट्र का नया सीएम? उद्धव ठाकरे या संजय राउत, 4 बजे की बैठक में होगा फैसला

महाराष्‍ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच गठबंधन सरकार बनाने का रास्ता कुछ हद तक साफ हो गया है लेकिन राज्य का मुख्यमंत्री कौन होगा यह अभी भी सवाल बना हुआ है। दरअसल, पहले खबरे थी कि राज्य का सीएम उद्धव ठाकरे सीएम बनेंगे लेकिन वह कहते है न राजनीती में कुछ भी हो सकता है तो यहां पर भी सीएम को लेकर कुछ अलग ही खबरे आ रही है। खबर है कि अगर उद्धव ठाकरे अगर सीएम पद स्वीकार नहीं करते हैं तो एनसीपी संजय राउत का नाम सीएम पद के लिए आगे बढ़ा सकती है। सूत्रों का यह भी कहना है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने शिवसेना प्रवक्‍ता संजय राउत को सीएम बनाने का सुझाव दिया है, लेकिन कहा ये भी जा रहा है कि राउत ने सीएम बनने की अटकलों को खारिज कर दिया है। हालांकि, सीएम पर अंतिम फैसला 4 बजे होगा। 4 बजे मुंबई में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की अहम बैठक है।

इससे पहले शिवसेना (Shiv Sena) नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने सरकार गठन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सीएम तो शिवसेना का ही होगा और वो भी पूरे 5 साल तक। सभी दल शिवसेना के सीएम मुद्दे पर राजी हो गए हैं। इसके साथ ही पूर्व गठबंधन सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ सरकार बनाने की बात पर उन्होंने कहा कि अब सारे रास्ते बंद हो गए हैं। राउत ने कहा कि अगर बीजेपी इंद्र का सिंहासन देगी, वो भी हमें मंजूर नहीं होगा।

पत्रकारों से बातचीत में शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि दो दिन में मुख्यमंत्री को लेकर फैसला हो जाएगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता और शिवसैनिक चाहते हैं कि उद्धव ठाकरे राज्य के सीएम बनें।

संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र की नई सरकार का गठन शिवसेना के नेतृत्व में होगा। वहीं सरकार गठन के लिए दावा पेश करने के सवाल पर राउत ने कहा कि कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं की बैठक होने वाली है। इस बैठक के बाद हम निर्णय लेंगे कि सरकार बनाने के लिए राज्यपाल के समक्ष कब दावा पेश करना है। राउत ने कहा कि राज्य में जल्द ही सरकार का गठन हो जाएगा।

वही आज एक बार फिर संजय राउत ने अपने ट्विट के जरिए बीजेपी पर हमला बोला है उन्होंने कहा कभी-कभी कुछ रिश्तों से बाहर आ जाना ही अच्छा है, अहंकार के लिए नहीं स्वाभिमान के लिए। वही सामना के जरिए शिवसेना ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला किया है। सामना में लिखा गया है कि आज रोजगार मर चुका है। इसके अलावा जीएसटी क्लेक्शन, बीपीसीएल, नौकरियां समेत कई मसलों पर सरकार को घेरा गया है।

दरअसल, बीजेपी के साथ गठबंधन में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ने वाली शिवसेना के सत्ता में बराबार की भागीदारी और ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग को लेकर दोनों दलों में सहमति नहीं बन पाई थी। अब एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर शिवसेना सरकार बनाने की ओर बढ़ रही है।