शिवसेना, कांग्रेस और NCP की राज्यपाल के साथ होने वाली बैठक टली

महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर आज शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की राज्यपाल के साथ बैठक होने वाली थी जिसकों टाल दिया गया है। यह बैठक शाम 4 बजे होने वाली थी। तीनों दलों के नेता राज्य में प्रशासनिक दिक्कतों और किसानों की समस्याओं को लेकर आज राज्यपाल से मिलने वाले थे। अब आगे यह बैठक कब होगी, इसका वक्त अभी तय नहीं किया गया है।

दरअसल, इस समय में सभी नेता चुनावी खर्च का ब्यौरा देने में व्यस्त हैं क्योंकि शनिवार को उसकी समयसीमा खत्म हो रही है जिसकी वजह से समय की कमी के चलते इस बैठक को टाल दिया गया है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से होने वाली मुलाकात के मुद्दा भले ही किसान हों लेकिन माना जा रहा था कि इस मुलाकात के जरिए तीनों दलों के नेता सरकार गठन पर चर्चा कर सकते हैं।

माना जा रहा था कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (CMP) पर सहमति बन गई है। तीनों दलों में 14+14+12 फॉर्मूले के तहत विभागों के बंटवारे पर सहमति भी बन गई है। इसको लेकर सरकार बनाने के लिए तीनों पार्टियों के नेता आज राज्यपाल से मिलने वाले थे।

बता दे, किसी भी दल की ओर से सरकार बनाने का दावा पेश न करने की वजह से राज्यपाल ने फिलहाल महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगा दिया है जिसके अवधि 6 माह की होती है। इस बीच अगर तीनों दल मिलकर राज्यपाल को विधायकों के समर्थन वाला पत्र सौंपते हैं तो उन्हें सरकार बनाने का मौका मिल सकता है। उधर, सत्ता की दौड़ से दूर हो चुकी बीजेपी के भीतर भी फिर से सरकार बनाने की इच्छा जाग गई है और पार्टी के नेताओं ने दावा किया है कि सूबे में उन्हीं की पार्टी सरकार बनाएगी।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र में सत्ताधारी बीजेपी और शिवसेना ने साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था। चुनाव नतीजों में बीजेपी 105 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, वहीं शिवसेना 56 सीटें पाकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी। चुनाव नतीजे आने के बाद शिवसेना और बीजेपी के बीच मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर खींचतान शुरू हो गई। शिवसेना 50-50 फॉर्मूले पर अड़ गई और बीजेपी के सीएम की कुर्सी देने को तैयार नहीं थी। इसके बाद 30 साल पुराना गठबंधन टूट गया और अब शिवसेना तीसरे और चौथे स्थान की पार्टी एनसीपी-कांग्रेस के साथ सरकार बनाने की कोशिश में जुटी है।