महाराष्ट्र: कोरोना ने बढ़ाई चिंता, औरंगाबाद में 8 अप्रैल तक लगा संपूर्ण लॉकडाउन

देश में कोरोना की दूसरी लहर चिंता बढ़ा रही है। पिछले 24 घंटे में मिले मरीजों की बात करे तो यह आंकड़ा 60 हजार से पार पहुंच गया है। बीते दिन देश में 62 हजार 632 नए केस सामने आए। वहीं, 28 हजार 728 मरीज ठीक हुए। 311 लोगों की मौत भी हुई है। देश में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज महाराष्ट्र से सामने आ रहे है। महाराष्ट्र में शनिवार को 35 हजार 726 नए कोरोना संक्रमित मिले। 14 हजार 523 मरीज ठीक हुए, जबकि 166 की मौत हुई। राज्य में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 26.73 लाख पहुंच गया है। इनमें से 23.14 लाख ठीक हुए हैं, जबकि 53,073 की मौत हुई है। यहां फिलहाल 3.03 लाख एक्टिव मरीज है जिनका इलाज चल रहा है।

औरंगाबाद जिले में 8 अप्रैल तक संपूर्ण लॉकडाउन

बढ़ते संक्रमण को देखते हुए महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में प्रशासन ने 30 मार्च से लेकर 8 अप्रैल तक संपूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है। हालाकि, इस दौरान जरुरी सेवाएं चालू रहेंगी। इसके साथ ही पूरे महाराष्ट्र में 28 मार्च से नाइट कर्फ्यू लागू होने जा रहा है। इस दौरान सभी मॉल, गार्डन, बीच, सिनेमा हॉल जैसे सार्वजनिक स्थान रात 8 बजे से लेकर सुबह 7 बजे तक बंद रहेंगे। नाइट कर्फ्यू के अलावा राज्य सरकार ने जिला प्रमुखों को लॉकडाउन को लेकर फैसला लेने की आजादी भी दी है। हालांकि, सम्पूर्ण लॉकडाउन को लेकर राज्य सरकार का कहना है कि यह अचानक नहीं लगाया जा सकता है इसके संबंध में नागरिकों को पहले सूचित किया जाएगा।

पाबंदियों का व्यापारी कर रहे विरोध

इधर, राज्य सरकार की तरफ से लगाई गई पाबंदियों का व्यापारी विरोध कर रहे हैं। समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार बीड, लातूर और उस्मानाबाद जैसे जिलों में लॉकडाउन जैसी सख्त पाबंदियां लागू की गई हैं। खास बात है कि एक दिन में बड़ी संख्या में कोविड-19 मरीज मिलने के कारण प्रशासन ने इन पाबंदियों को लागू किया है। नई पाबंदियों के खिलाफ शनिवार को बीड़ जिले में व्यापारियों ने विरोध रैली निकाली थी।