महाराष्ट्र में लॉकडाउन के संकेत, CM उद्धव ने कहा - हालात नहीं सुधरे तो सख्त कदम उठाएंगे

महाराष्ट्र में कोरोना वायरस (Maharashtra Coronavirus updates) का कहर जारी है। महाराष्ट्र में कोरोना का अब तक का सबसे बड़ा विस्फोट हुआ है। शुक्रवार को यहां 47827 नए संक्रमित मिले। यह किसी भी राज्य में एक दिन में आया संक्रमण का सबसे बड़ा आंकड़ा है। वहीं, 481 मरीजों की मौत भी हुई। कोरोना के बेकाबू होते हालातों के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रात 8:30 बजे लोगों को संबोधित किया। उन्होंने हालात की गंभीरता बताई, लेकिन राज्य में लॉकडाउन लगाने का ऐलान नहीं किया। उन्होंने कहा कि मार्च के बाद से स्थिति भयावह हो गई है। राज्य में एक बार फिर लॉकडाउन की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता है। सीएम ठाकरे ने कहा कि आने वाले दिनों में हम रोजाना 2.5 लाख आरटी-पीसीआर परीक्षण करने का लक्ष्य निर्धारित करते हैं।

उद्धव ने आगे कहा, 'लॉकडाउन कोई हल नहीं है, लेकिन वैक्सीनेशन के बावजूद संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मैं आज लॉकडाउन नहीं लगा रहा हूं लेकिन इसकी ओर इशारा कर रहा हूं। अगर अगले दो-तीन दिन में स्थिति नहीं सुधरी तो कठोर कदम उठाने पड़ेंगे।'

उन्होंने कहा कि अब तक, हमने कुल 65 लाख COVID-19 वैक्सीन खुराक का प्रबंध किया है। टीकाकरण के बाद भी कुछ लोग संक्रमित हो रहे हैं क्योंकि वे मास्क पहनना बंद कर देते हैं। सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा, 'मैं यहां किसी को डराने के लिए नहीं बल्कि इस संकट के बीच कोई उपाय के बारे में चर्चा करने के लिए आया हूं, लेकिन फिर सब ने शादी समारोह, राजनीतिक कार्यक्रम, मोर्चा, आंदोलन सब पहले जैसे शुरू हुए। मैं शुरू से कहा रहा था, कई एक्सपर्टस से बात कर मैं लगातार जानता से कहा रहा था कि थोड़ा संयम रखिए जल्द बाजी मत कीजिए।'

CM उद्धव ने कहा कि हम एंटीजन रैपिड टेस्ट के बजाय RT-PCR टेस्ट को बढ़ा रहे हैं। आज हम 70% टेस्ट RT-PCR कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'हम कोई भी चीज छिपा नहीं रहे हैं। हम कुछ छिपाना भी नहीं चाहते। हम सच ही लोगों के सामने रख रहे हैं। लोग पूछते हैं कि बिहार, बंगाल में चुनाव हुए वहां कोरोना नहीं बढ़ा, आपके यहां क्यों बढ़ रहा है? मुझे इससे मतलब नहीं है। मेरी जिम्मेदारी महाराष्ट्र की जनता के लिए हैं।'

उद्धव ने कहा, 'लोग लापरवाह हो गए हैं। महाराष्ट्र में शादियों में ज्यादा भीड़ हो रही है। कोरोना हमारी परीक्षा ले रहा है। हमारे पास पर्याप्त सुविधाएं हैं, लेकिन इसी तरह मरीज बढ़े तो ये कम पड़ने लगेंगी। हम सभी सुविधाएं बढ़ा लेंगे, लेकिन डॉक्टर और नर्स कहां से लाएंगे। यही सबसे बड़ी चिंता है। कई डॉक्टर और नर्स संक्रमित हो चुके हैं। कोरोना से ठीक होने के बाद भी इसका असर रहता है। अगर स्थिति ऐसी ही रही तो अगले 15-20 दिन के बाद हम हालात संभाल नहीं पाएंगे।'

CM उद्धव ने कहा, 'हमें यह देखना होगा कि कोविड-19 पीड़ितों की संख्या कैसे बढ़ रही है। साल की शुरुआत में मुंबई में रोजाना 300-400 पॉजिटिव मिल रहे थे लेकिन आज की डेट में यहां हर दिन 8000 से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। पूरे राज्य में 45000 से ज्यादा केस मिल रहे हैं। हमारे पास जो कुल उपलब्ध बेड हैं, उनमें से 62% भर चुके हैं। मेरा मानना है कि लॉकडाउन घातक है। अगर लॉकडाउन लगाते हैं तो अर्थचक्र प्रभावित होता है, और नहीं लगाते हैं तो कोरोना के केस बढ़ते हैं।'

बता दें कि शुक्रवार को महाराष्ट्र के पुणे में नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है। शनिवार 3 अप्रैल से यह फैसला लागू होगा और अगले शुक्रवार को इसकी समीक्षा की जाएगी। शाम को 6 बजे से सुबह 6 बजे तक के लिए यह नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा। देश के कई शहरों में लगे नाइट कर्फ्यू के मुकाबले यह सबसे लंबा कर्फ्यू होगा।