कांग्रेस नेता अहमद पटेल बोले- ये घटना काली स्याही से लिखी जाएगी, बेशर्मी की इंतेहा पार

महाराष्ट्र में बीजेपी और एनसीपी के अजित पवार ने मिलकर सरकार बना ली है। शनिवार सुबह देवेंद्र फडणवीस ने जहां सीएम पद की शपथ ली, वहीं अजित पवार को डिप्टी सीएम का पद सौंपा गया है। जब यह खबर सामने आई तो महाराष्ट्र की राजनीति में भूकंप आ गया और शिवसेना के पैरों से जमीन निकल गई। अजित पवार का एनसीपी का दामन छोड़ बीजेपी के साथ जाना बेहद चौंकाने वाला साबित हुआ। जहां अजित पवार के इस कदम से शिवसेना को नुकसान हुआ है वही कांग्रेस भी सकते में आ गई है।

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ट नेता अहमद पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ना बैंड, ना बाजा, ना बारात और सीएम और डिप्टी सीएम ने शपथ ले ली। ये घटना काली स्याही से लिखी जाएगी। बिना किसी जांच के शपथ दिलाई गई है। कहीं ना कहीं कुछ गड़बड़ है। अहमद पटेल ने कहा कि बेशर्मी की सारी सीमाएं पार दी गई हैं।एनसीपी के कुछ लोगों ने लिस्ट दी, जिसके वजह से ये घटना घटी है। अहमद पटेल ने कहा कि बीजेपी को हराने के लिए तीनों दल साथ आए थे। हम तीन आज भी एकजुट हैं। कांग्रेस के सभी विधायक एक साथ हैं। हमारी तरफ से कोई देरी नहीं की गई है। कांग्रेस पर ये जो आरोप लगाया जा रहा है वो निराधार है। अहमद पटेल ने कहा हां, कुछ मुद्दों पर सहमति में वक्त लगा है।

वही एनसीपी पमुख शरद पवार का कहना है कि अजित पवार के साथ 11 विधायक गए थे। इसमें दो विधायक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए हैं। खैर हमारे पास नंबर है और सरकार तो हम ही बनाएंगे। रहा सवाल अजित पवार पर एक्शन का तो वो पार्टी की अनुशासनात्मक कमेटी लेगी। शरद पवार ने दावा किया देवेंद्र फडणवीस बहुमत साबित नहीं कर पाएंगे। हम सब एकजुट हैं। अजित पवार के पास जो चिट्ठी थी उसमें सभी 54 विधायक हस्ताक्षर थे। शरद पवार ने कहा कि आज शाम की बैठक में आगे का फैसला तय होगा। हम जो निर्णय लेंगे, वो शिवसेना की सहमति के बिना नहीं लेंगे। मुझे कोई चिंता नहीं है पहले भी मेरे साथ ऐसा हो चुका है। हमें राज्यपाल ने 30 नवंबर तक का वक्त दिया है। हमारे पास नंबर है और हम ही सरकार बनाएंगे।

वही उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना जो करती है, वो दिन के उजाले में करती है। हम लोगों को जोड़ने की कोशिश करते हैं और वे लोग तोड़ने की कोशिश करते हैं। ये जो खेल चल रहा है, वो पूरे देश देख रहा है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी को ना तो मित्र चाहिए और ना ही विपक्ष। इन लोगों ने हरियाणा और बिहार में भी यही किया था। आज जो हुआ है वो छत्रपति शिवजी महाराज पर सर्जिकल स्ट्राइक है।

वही अजित पवार के साथ गए विधायक राजेंद्र शिंगने ने कहा कि हमें अजित पवार ने फोन किया था। हमें नहीं पता था कि हमें कहां ले जाया जा रहा है। वो विधायक दल के नेता थे तो उनका फोन आया, इसलिए हम चले गए। हमें शपथग्रहण का बिल्कुल अंदाजा नहीं था। हम शरद पवार के साथ हैं।