महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना को झटका, 26 पार्षद और 300 कार्यकर्ताओं ने दिया इस्तीफा

टिकट बंटवारे से नाराज शिवसेना के 26 पार्षदों और 300 कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दे दिया है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election 2019) से ठीक पहले शिवसेना को यह बड़ा झटका लगा है। दरअसल, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) छोड़कर बीजेपी और शिवसेना में शामिल हुए नेताओं के कारण कई मौजूदा विधायकों के टिकट कटे हैं। माना जा रहा है कि इस कारण कई विधायक और उनके समर्थक नाराज चल रहे हैं। उनका कहना है कि हम वर्षों से पार्टी की सेवा कर रहे हैं, लेकिन कुछ दिन पहले अन्य दलों से आए नेताओं को टिकट देना हमारे साथ अन्याय है। बता दे, महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए 21 अक्टूबर को मतदान होना है और इसके तीन दिन बाद नतीजे आएंगे। उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना का भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ गठबंधन है। 288 में से 150 सीटों पर बीजेपी चुनाव लड़ रही है जबकि शिवसेना को 124 सीटें मिली हैं। वहीं बाकी के बचे 14 सीटों पर अन्य सहयोगी दल चुनाव लड़ रहे हैं।

टिकट बंटवारे से नाराज बीजेपी के दो मौजूदा विधायकों ने इससे पहले 3 अक्टूबर को उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री पर धरना भी दिया था। नाराज़ विधायक अशोक पाटिल के समर्थकों ने कहा, 'हमें विश्वास नहीं हो रहा है कि उन्हें टिकट नहीं दिया गया है। वो पार्टी के लिए हमेशा मौजूद रहे हैं। हम न्याय की मांग कर रहे हैं और उम्मीद है कि उद्धव जी और आदित्य जी हमारे साथ न्याय करेंगे।'

बता दे, बीजेपी और शिवसेना के बीच 2014 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं हो पाया था जिसकी वजह से दोनों दलों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। हालाकि, बाद में शिवसेना ने बीजेपी को को समर्थन दे दिया था। इस बार भी सीटों के बंटवारे और उपमुख्यमंत्री के पद को लेकर दोनों दलों में सहमति नहीं बन पाई है।