महाराष्ट्र में सरकार बनाने की प्रक्रिया अगले 5-6 दिनों में पूरी हो जाएगी : संजय राउत

महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रहे सस्पेंस के बीच आज बुधवार को शिवसेना के संजय राउत का बयान आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि 5-6 दिनों में महाराष्ट्र में मजबूत सरकार का गठन किया जाएगा। सांसद राउत ने कहा, 'सरकार बनाने की प्रक्रिया अगले 5-6 दिनों में पूरी हो जाएगी और दिसंबर से पहले महाराष्ट्र में एक लोकप्रिय और मजबूत सरकार का गठन किया जाएगा। प्रक्रिया चल रही है।' वही दूसरी तरफ खबर है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार को राष्ट्रपति पद की पेशकश की गई है। इसी खबर के बीच आज बुधवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। यह मुलाकात महाराष्ट्र में किसानों की समस्या को लेकर होगी। पार्टी के नेता नवाब मलिक ने इस बात की जानकारी दी। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने बताया, शरद पवार प्रधानमंत्री से संसद भवन में दोपहर में मुलाकात करेंगे। मलिक ने कहा कि एनसीपी प्रमुख प्रधानमंत्री से महाराष्ट्र के किसानों को राहत देने की मांग करेंगे।

वहीं, खबर है कि महाराष्‍ट्र (Maharashtra) में शिवसेना (Shiv Sena) को सत्ता की दौड़ से बाहर करने की जीतोड़ कोशिश कर रही बीजेपी (BJP) शरद पवार (Sharad Pawar) से भी लगातार संपर्क में है, लेकिन राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख ने फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के साथ किसी भी मोलभाव की संभावना को सिरे से खारिज किया है।

इस बीच शिवसेना (Shiv Sena) का कहना है कि एनसीपी और कांग्रेस (NCP-Congress) के साथ मिलकर सरकार बनाने का काम चल रहा है। 'शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, 'आप शरद पवार और हमारे गठबंधन के बारे में चिंता नहीं करें। बहुत जल्द शिवसेना की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार महाराष्ट्र में सत्ता में होगी। यह एक स्थिर सरकार होगी।'

बता दें, महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार बनाने के प्रयास जारी हैं। कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना एक दूसरे की मदद से सरकार बनाने की कोशिश में लगी हैं लेकिन इसमें कुछ दिक्कतें आ रही हैं। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले शरद पवार ने सोमवार को कहा था कि बीजेपी और शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और 'उन्हें अपना रास्ता चुनना है'। संसद में मीडिया से बातचीत में पवार ने कहा, बीजेपी-शिवसेना ने साथ चुनाव लड़ा था, एनसीपी और कांग्रेस ने साथ चुनाव लड़ा था। उन्हें अपना रास्ता चुनना है और हमें अपनी राजनीति करनी है। वही इस बीच खबर यह भी आ रही है कि शिवसेना का कहना है कि अगर भाजपा 50:50 फॉर्मूले पर तैयार है तो पार्टी (शिवसेना) को BJP के साथ अपने गठबंधन को एक बार फिर से दुरुस्त करने में खुशी होगी।