महाकुंभ में मुसलमानों को मिलेगी एंट्री! CM योगी ने शर्तों के साथ दिया ग्रीन सिग्नल

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से 25 फरवरी तक महाकुंभ मेला आयोजित होने जा रहा है। इस मेले की सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से चाक-चौबंद किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर महाकुंभ में आने का निमंत्रण दिया है। इसके साथ ही, उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ में भाग लेने का आमंत्रण भेजा। सीएम योगी ने उन्हें निमंत्रण पत्र, नए वर्ष का कैलेंडर, डायरी, महाकुंभ 2025 का प्रतीक चिह्न, कलश और महाकुंभ से संबंधित साहित्य भेंट किया।

मुसलमानों को महाकुंभ में एंट्री मिलेगी?

कुछ दिनों पहले ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने दावा किया है कि जिस जमीन पर महाकुंभ हो रहा है, उसकी 55 बीघा जमीन वक्फ बोर्ड की है. इस बयान के बाद खूब हंगामा हुआ और आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बात प्रतिक्रिया दी है कि महाकुंभ में मुस्लिमों को एंट्री मिलेगी या नहीं.

आजतक के एक कार्यक्रम में यूपी सीएम बोले, ऐसा शख्स जो खुद को भारतीय मानता है, भारतीय सनातन परंपरा पर श्रद्धा का भाव रखता है. कई लोग ऐसे हैं जो कभी किसी दबाव में आकर पूर्वजों ने इस्लाम कबूल कर लिया था, लेकिन वे अब भी अपनी परंपरा पर गर्व करते हैं.

उन्होंने आगे कहा, ऐसे लोग अगर कुंभ आकर संगम में स्नान करते हैं तो कोई दिक्कत नहीं है. उनका स्वागत है लेकिन अगर कोई ये कहेगा कि ये जमीन हमारी है और हम कब्जा करेंगे तो मुझे लगता है डेटिंग-पेंटिंग का सामना करना पड़ सकता है.

CM योगी बोले, जो लोग भारतीयता और भारत की सनातन परंपरा के प्रति आदर और श्रद्धा रखते हैं, उन्हें यहां आना चाहिए, लेकिन अगर कोई कुत्सित मानसिकता लेकर यहां आता है, तो मुझे लगता है कि उसकी भावनाओं को भी पसंद नहीं किया जाएगा और उसके साथ अलग तरह का व्यवहार किया जा सकता है. इसलिए, ऐसे लोग न आएं तो अच्छा है, लेकिन श्रद्धा से आने वाले हर व्यक्ति को प्रयागराज आना चाहिए.