प्रयागराज महाकुंभ में IITian बाबा के नाम से मशहूर अभय सिंह इन दिनों अपने बदले हुए रूप और खास कनेक्शन को लेकर चर्चा में हैं। हाल ही में उन्होंने अपनी दाढ़ी कटवा ली है और अब एकदम क्लीन शेव लुक में नजर आ रहे हैं। महाकुंभ में उनकी जिंदगी में एक खास रिश्ता जुड़ा है—एक बहन। नाइशा नाम की इस लड़की ने खुद को अभय सिंह की बहन बताया और कहा कि उनकी और अभय सिंह की जिंदगी काफी हद तक एक जैसी है। अभय सिंह ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि उनकी बहन बनी नाइशा की कहानी भी उनकी तरह ही है। नाइशा ने भी विदेश में काफी समय बिताया और करीब दस साल तक ऑस्ट्रेलिया में रहीं। अभय सिंह ने कहा कि हम दोनों ही हरियाणा से हैं, हम दोनों जाट हैं, और हमारी परवरिश भी लगभग एक जैसी हुई है। यही वजह है कि नाइशा और मैं एक गहरे कनेक्शन को महसूस करते हैं। अभय सिंह ने नाइशा के साथ अपने रिश्ते को लेकर कहा कि उसकी जिंदगी की चुनौतियां और मेरी चुनौतियां एक जैसी हैं। उसने भी वही अनुभव देखे हैं जो मैंने देखे हैं। शायद यही वजह है कि हम इतनी आसानी से एक-दूसरे को समझ पाए। महाकुंभ में इस अनोखे भाई-बहन की जोड़ी ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है और उनके इस रिश्ते की कहानी को लेकर काफी चर्चा हो रही है। आध्यात्मिक यात्रा ने जोड़ा नाइशा और अभय सिंह को
IITian बाबा अभय सिंह की नई बहन बनी नाइशा ने उनके प्रति अपनी गहरी कनेक्शन की वजह साझा की। नाइशा ने कहा कि मुझे अभय सिंह की वास्तविकता और ईमानदारी बहुत पसंद आई। सबसे पहले मैंने इसी बात पर कनेक्ट किया कि कोई तो सच्चाई पर बात कर रहा है। माता-पिता हमें जन्म देते हैं, लेकिन उनकी जिम्मेदारी वहीं खत्म नहीं हो जाती। बच्चों को प्यार और समझ देने की जरूरत होती है। कई बार बच्चों का व्यवहार उनके बैकग्राउंड और परवरिश पर निर्भर करता है। नाइशा ने बताया कि वह अपनी आध्यात्मिक यात्रा पर काशी जा रही थीं, तभी उन्हें अभय सिंह के बारे में पता चला। उन्होंने कहा कि हमारी मुलाकात हुई और अध्यात्म को लेकर बहुत बातचीत हुई। मुझे ऐसा लगा कि जिसे मैं खोजने जा रही थी, वह यहीं मौजूद है। इसलिए मैंने वहीं रुकने का फैसला किया। नाइशा ने बताया कि वह दो दिन पहले ही प्रयागराज पहुंची थीं। उन्होंने पहले अभय सिंह के वीडियो देखे थे और उन्हें यह महसूस हुआ कि वह उनकी सोच और बातों से काफी मेल खाती हैं। नाइशा ने कहा कि हम दोनों एक-दूसरे की बातों से बहुत कनेक्ट करते हैं। उनकी बातें सच्चाई और अनुभवों से भरी होती हैं।
खुद की खोज ने किया प्रेरित
नाइशा ने कहा कि मैं अभय को एक ऐसे इंसान के तौर पर देखती हूं जिसने खुद को समझा और अपना रास्ता खुद बनाया। उनकी ईमानदारी और सच्चाई ने मुझे बहुत प्रभावित किया। यही कारण है कि मैं अकेली नहीं हूं, ऐसे कई लोग हैं जो उनसे जुड़ना चाहते हैं। ऐसे लोग जिन्दगी में बहुत कम मिलते हैं जिन्होंने खुद को खोजा और पहचाना।