प्रयागराज महाकुंभ: 15-16 फरवरी भारी भीड़ की संभावना, मेला क्षेत्र नो व्हीकल जोन घोषित

प्रयागराज में जारी दिव्य और भव्य महाकुंभ मेले में इस सप्ताह के अंत में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। शनिवार और रविवार (15 और 16 फरवरी) को महाकुंभ मेला क्षेत्र में प्रवेश के लिए जारी सभी पास रद्द कर दिए गए हैं। इसके अलावा, पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है, जिससे किसी भी वाहन को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने नजदीकी पार्किंग क्षेत्रों में गाड़ियों को पार्क करने की व्यवस्था की है, लेकिन मेला क्षेत्र के अंदर वाहनों की पार्किंग पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी।

मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ से सबक लेते हुए प्रशासन ने प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन को अस्थायी रूप से बंद करने का भी निर्णय लिया है। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया है। प्रशासन का मुख्य उद्देश्य महाकुंभ मेले का सुचारू संचालन बनाए रखना और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देना है। इसी के चलते प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे यात्रा योजना बनाते समय इन दिशा-निर्देशों का पालन करें और प्रशासन का सहयोग करें।

महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। मेला प्रशासन ने दिशा-निर्देश जारी करते हुए सुचारू व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ा फैसला लिया है। इसी के तहत रेलवे ने संगम स्टेशन को 16 फरवरी तक अस्थायी रूप से बंद करने की घोषणा की है। भीड़ प्रबंधन के मद्देनजर प्रयागराज में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के जवानों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।

वीकेंड पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। संगम स्टेशन, जो स्नान स्थल के सबसे करीब स्थित है, को 16 फरवरी तक पूरी तरह से बंद रखा जाएगा, जिससे किसी भी यात्री की एंट्री और एग्जिट पर रोक रहेगी। गौरतलब है कि पहले संगम स्टेशन को 9 फरवरी से 14 फरवरी तक बंद करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन माघ पूर्णिमा से पहले उमड़ी भारी भीड़ को देखते हुए इस अवधि को बढ़ाकर अब 16 फरवरी तक कर दिया गया है।