उज्जैन के कॉलेज में प्रिंसिपल और प्रोफेसर के बीच जमकर चले लात-घूंसे, स्टाफ ने शांत कराया मामला

उज्जैन से कॉलेज के प्रिंसिपल और प्रोफेसर के बीच हुई हाथापाई का मामला सामने आया है। घटना 14 जनवरी की है। इसका सीसीटीवी अब सामने आया है। मारपीट घट्टिया के शासकीय स्व नागूलाल मालवीय महाविद्यालय के प्रिंसिपल डॉ शेखर मेदमवार और सहायक प्रोफेसर ब्रह्मदीप अलुने के बीच हुई। दोनों प्रिंसिपल रूम में बैठे थे। बता कहासुनी से शुरू हुई और दोनों में जमकर लात-घूंसे चलने लगे। घट्टिया पुलिस ने प्रोफेसर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

प्रोफेसर अलुने अपनी कुर्सी से उठकर पहले बेंच पर रखा सामान प्रिंसिपल पर फेंकते हैं। इसके बाद दोनों के बीच मारपीट शुरू हो जाती है। दोनों एक-दूसरे से जमकर गाली-गलौज भी की। शोर सुनकर आए कॉलेज के स्टाफ ने मामला शांत कराया। घटना के बाद प्रिंसिपल ने घट्टिया थाने में प्रोफेसर ब्रह्मदीप अलुने के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने की एफआईआर दर्ज कराई है।

प्रिंसिपल प्रो शेखर मेदमवार ने कहा कि मैं नवंबर माह में ही यहां का प्राचार्य बना हूं। प्रोफेसर अलुने भोपाल से आने के बाद घट्टिया में पदस्थ हुए। वे कॉलेज आने के बाद रोजाना 5 किमी घूमने निकल जाते हैं। कॉलेज में स्टाफ पहले से ही कम है। 15 जनवरी को कॉलेज को वैक्सीनेशन सेंटर बनाया गया था, जिसकी बात करने के लिए मैंने उन्हें बुलाया। मैं उन्हें जानकारी ही दे रहा था तो वे मुझ पर भड़क गए। अभद्रता करने लगे और मारपीट भी की।

सहायक प्रोफेसर ब्रह्मदीप अलुने का कहना है कि प्रिंसिपल प्रो। मेदमवार के कार्यकाल में 3 लोगों ने समय से पहले रिटायरमेंट ले लिया है। वे पूरे स्टाफ से अभद्रता करते हैं। महिलाओं को अपने कमरे में बैठाकर रखते हैं। मुझे उन्होंने कमरे में बुलाया और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इसके चलते मारपीट की नौबत आ गई।