भोपाल: लालची नर्स! मरीजों को नॉर्मल इंजेक्शन लगाकर चुरा लाती थी रेमडेसिविर, प्रेमी बेचता था 30 हजार रुपए में

देश में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग बढ़ गई। बढती मांग के साथ इसकी कालाबाजारी भी शुरू हो गई है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के आरोप में कोलार पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया। युवक की गिरफ्तारी के बाद जब उससे पूछा गया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन कहां से मिलता है, तो युवक ने बताया कि वह अपनी प्रेमिका से इंजेक्शन लेकर ब्लैक रेट में बेचता है। प्रेमिका जेके अस्पताल में कार्यरत नर्स है। वह कोरोना मरीजों को नॉर्मल इंजेक्शन लगाकर रेमडेसिविर चुरा लेती थी। इसके बाद इंजेक्शन को अपने प्रेमी को देकर ब्लैक रेट में बिकवाती थी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भादवि की धारा 389, 269, 270 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है।

20 से 30 हजार रुपए में बेचता था

कोलार पुलिस के मुताबिक गिरधर कॉम्प्लेक्स, दानिशकुंज निवासी झलकन सिंह की प्रेमिका शालिनी, जेके अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ है। शालिनी मरीजों को लगाने के लिए मिली रेमडेसिविर इंजेक्शन को चुराकर झलकन को देती थी और उसका प्रेमी इस इंजेक्शन को 20 से 30 हजार रुपए में बेचता था। फिलहाल अभी झलकन की प्रेमिका को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

सूत्रों का कहना है कि बीते दिनों जेके अस्पताल में एडमिट एक मरीज के परिजन से झलकन ने इंजेक्शन का सौदा किया था। इसी बीच इंजेक्शन की कीमत को लेकर परिजनों से झगड़ा हो गया और मरीज की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने पुलिस अधिकारियों को इसकी सूचना दी थी।

इसके बाद से ही पुलिस झलकन पर नजर रख रही थी। शुक्रवार को उसके पास रेमडेसिविर इंजेक्शन की पुख्ती जानकारी लगने के बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया।

मामले में डीआईजी इरशाद वली ने कहा कि जीवन रक्षक इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। शहर भर में इसके लिए धरपकड़ की जा रही है। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद ऐसा करने वालों पर रासुका लगाई जा रही है।

लखनऊ में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के आरोप में चार को किया गिरफ्तार

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में से दो डॉक्टर हैं। लखनऊ पुलिस की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों के पास से इंजेक्शन के 34 वायल बरामद किए गए हैं जिनकी कीमत चार लाख 69 हजार रुपये आंकी गई है। चारों को एक मेडिकल स्टोर के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने रेमडेसिविर की कालाबाजारी के आरोप में जिन 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान डॉक्टर सम्राट पांडेय (22), डॉक्टर अतहर (29), विपिन कुमार (30) और तहजेबुल हसन (30) के तौर पर हुई है। इनमें सम्राट और अतहर पेशे से डॉक्टर हैं। सभी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जांच अभी जारी है।