MP के पूर्व CM और BJP के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर का 89 साल की उम्र में निधन, लंबे समय से थे बीमार

भाजपा नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का लंबी बिमारी के बाद बुधवार सुबह भोपाल के नर्मदा अस्पताल में निधन हो गया। 89 वर्षीय बाबूलाल गौर पिछले 15 दिनों से वेंटिलेटर सपोर्ट पर अस्पताल में भर्ती थे जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। मंगलवार को तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। उनका ब्लड प्रेशर कम होने के साथ पल्स रेट भी गिर गया था। बाबूलाल गौर की किडनी पूरी तरह काम नहीं कर रही थी। बता दे, राजधानी के नर्मदा अस्पताल में भर्ती होने से पहले गौर का एंजियोप्लास्टी दिल्ली स्थित मेदांता हॉस्पिटल में करवाया गया था। गौर पिछले महीने की 27 तारीख को दिल्ली से भोपाल लौटे थे।

बाबूलाल गौर अगस्त 2004 से नवंबर 2005 तक राज्य के मुख्यमंत्री पद पर रहे। दो जून 1930 को जन्मे बाबूलाल गौर ने 10 बार विधानसभा पहुंचे। बढ़ती उम्र के कारण उन्होंने पिछले साल 2018 में राजनीति से सन्यास ले लिया था।

बाबूलाल गौर के निधन पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने दुख जताया। राकेश सिंह ने कहा, 'यह कहते हुए अत्यंत दुःख हो रहा है कि हमारे मार्गदर्शक भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल जी गौर अब हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने प्रदेश में संगठन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ईश्वर दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान प्रदान करे।'

7 अगस्त को पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की अचानक तबियत बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका इलाज जारी था। उन्हें शुरू में घबराहट महसूस हुई जिसके तुरंत बाद उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां उनका इलाज चल रहा था।

89 साल के बाबूलाल गौर के फेफड़ों में इन्फेक्शन हुआ था। अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद से कई पार्टी नेता उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना की थी। उनके अलावा प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट करके बाबूलाल गौर के जल्दी ठीक होने की कामना की थी।

इससे पहले तबीयत खराब होने पर उन्हें गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद सेहत में सुधार आने पर वे भोपाल के लिए रवाना हो गए थे। अप्रैल, 2019 में उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी, उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया था। इस दौरान उन्हें आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा था। हालांकि, जल्द ही वे ठीक हो गए थे।

मूल रूप से उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के रहने वाले थे गौर ने एक मजदूर से मुख्यमंत्री पद तक पहुंचे। वह अपने गृह राज्य से आकर मध्य प्रदेश में बस गए और पार्टी के लिए काम करना शुरू किया था। संगठन के लिए काम करने के दौरान गौर एक के बाद एक सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए और राज्य के सीएम पद तक पहुंचे।