MP में बढ़ने लगा खतरा! उज्जैन के बाद अशोकनगर में शख्स की कोरोना के डेल्टा+ वैरिएंट से हुई मौत

भारत में कोरोना की तीसरी लहर की आहट सुनाई देने लगी है। दुनियाभर में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के 'डेल्टा प्लस' वैरिएंट के मरीज भारत में भी मिले है। कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस के 'डेल्टा प्लस' वैरिएंट की वजह से ही भारत में कोरोना की तीसरी लहर आएगी. सरकारी रिपोर्ट के अनुसार कोरोना का यह खतरनाक वैरिएंट अब 4 राज्‍यों (तमिलनाडु, केरल, महाराष्‍ट्र और मध्‍य प्रदेश) में फैल चुका है। इन राज्‍यों में अब तक इसके कुल 40 मरीज सामने आ चुके है। डेल्टा प्लस वैरिएंट के सबसे ज्यादा 21 केस महाराष्ट्र और 6 केस मध्यप्रदेश में दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा केरल, तमिलनाडु में 3-3, कर्नाटक में 2 और पंजाब, आंध्र प्रदेश और जम्मू में एक-एक मामले में इस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। वहीं, मध्यप्रदेश के उज्जैन में कोरोना के डेल्टा+ से एक मौत की पुष्टि के बाद अशोकनगर के एक व्यक्ति की मौत भी डेल्टा+ से होने का मामला सामने आया है।

कोरोना के डेल्टा+ वैरिएंट से जिस व्यक्ति की मौत हुई है, वह लंबे समय से भोपाल में रह रहा था। यहीं पर संक्रमित हुए और मौत हो गई। उनके आधार और दस्तावेजों में अशोकनगर का पता दर्ज है। कलेक्टर अभय वर्मा ने इसकी पुष्टि भी की है। अशोकनगर निवासी नितिन जैन भोपाल में रहते हैं। कोरोना की दूसरी लहर में वे भोपाल में संक्रमित मिले। यहां अस्पताल में भर्ती किया गया। यहां 13 मई को मौत हो गई। इसके बाद उनका सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। जांच रिपोर्ट में उनमे कोरोना के डेल्टा+ वैरिएंट की पुष्टि हुई है।

कलेक्टर अभय वर्मा ने बताया, नितिन जैन भोपाल और अशोकनगर दोनों जगह रहते थे। चूंकि वे मूल रूप से अशोकनगर के निवासी थे, इसलिए आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों में पता अशोकनगर का ही दर्ज है।

4 मरीज ठीक हो चुके हैं

राज्य सरकार की ओर से जानकारी दी गई, मप्र में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट के 5 में से 4 मरीज कोरोना से स्वस्थ हो चुके हैं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि डेल्टा प्लस वैरिएंट के 5 मामले सामने आए हैं। इसे लेकर राज्य स्तर पर समीक्षा की जाएगी। प्रदेश में डेल्टा प्लस से एक मौत हुई है।

इसमें सामने आया है, जिन्हें वैक्सीन लग चुकी थी, वो डेल्टा प्लस को भी हराने में कामयाब हुए। सारंग ने कहा कि डेल्टा प्लस वैरिएंट से उज्जैन में एक मरीज की मौत हुई, उनको कोरोना की वैक्सीन नहीं लगी थी। बाकी चार मरीजों को पहले टीके लग चुके थे और अब वे स्वस्थ हैं।

लॉकडाउन, वैक्‍सीन और कोविड प्रोटोकॉल बनेगा मजबूत हथियार

भारत में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट के बढ़ते खतरे को देखते हुए दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने लॉकडाउन, वैक्सीनेशन और कोविड प्रोटोकॉल को कोरोना संक्रमण की इस लड़ाई में मजबूत हथियार बताया है।

डॉ गुलेरिया ने कहा, 'यह कहना अभी मुश्किल है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट भारत में कोई समस्या पैदा कर रहा है, लेकिन दुनियाभर में जिस तरह से कोरोना वायरस के डेल्‍ट प्‍लस वैरिएंट बढ़ रहा रहा है उसे देखते हुए हम सुरक्षा नियमों से समझौता नहीं कर सकते हैं। हमें कोरोना वायरस को लेकर दर्ज किए गए उन सभी मामलों पर पैनी नजर रखने की जरूरत है, जहां इसमें किसी भी तरह की बढ़ोतरी देखी जाती है।'

डॉ गुलेरिया ने कहा, 'हमें अभी से तीसरी लहर से बचने के लिए उपाय करने और सतर्क रहने की जरूरत है। इसके साथ ही हमें उन सभी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना होगा जो हम अभी तक करते आए हैं। हमें आक्रामक तरीके जांच और उसे ट्रैक करने की जरूरत है, ताकि अधिक-से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा सके।'