बुलंदशहर हिंसा: 25 दिन बाद पुलिस की गिरफ्त में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह का हत्यारा, कबूला जुर्म

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर हिंसा (Bulandshahr Violence) के 25 दिन बाद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) के हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामले में मुख्य आरोपी प्रशांत नट को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, वहीं, रिवॉल्वर चुराने वाले की भी पहचान हो गई है और उसकी तलाश जारी है।

पुलिस के आला सूत्रों के मुताबिक़ जॉनी नाम के शख़्स ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की रिवॉल्वर चुराई थी, वहीं, प्रशांत नट ने उन्हें गोली मारी थी। पुलिस जॉनी की तलाश जारी है। पुलिस के मुताबिक प्रशांत दिल्ली में कैब ड्राइवर है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बुलन्दशहर प्रभाकर चौधरी ने बृहस्पतिवार को प्रशांत नट की गिरफ्तारी की पुष्टि की। उन्होंने यह भी बताया कि नट ने ही सिंह की हत्या की थी और उससे इस मामले में पूछताछ की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आज पुलिस आरोपी को कोर्ट में पेश कर सकती है।

पुलिस को हाथ लगे दो वीडियो में ये दोनों शख्स साथ दिख रहा है। पुलिस ने जॉनी और प्रशांत नट दोनों को सुबोध (Subodh Kumar Singh) की मौत में मुख्य आरोपी बनाया है। दोनों बुलंदशहर के रहने वाले हैं। बता दें कि प्रशांत नट के पकड़े जाने के बाद यूपी एसटीएफ़ जॉनी की तलाश कर रही है।

वीडियो में प्रशांत नट घटना वाले दिन इंस्पेक्टर सुबोध कुमार से उलझता नजर आ रहा है। पुलिस पूछताछ में प्रशांत नट ने हत्या की बात कबूल कर लिया है। प्रशांत से पूछताछ जारी है। वहीं, योगेश राज अब भी हिंसा भड़काने का मुख्य आरोपी है। आरोपी से पूछताछ के बाद स्याना हिंसा के मामले में पुलिस शुक्रवार को बड़ा खुलासा कर सकती है। पुलिस का कहना है कि प्रशांत नट ने पिस्टल छीनने के बाद इंस्पेक्टर को गोली मारी थी। प्रशांत नट चिंगरावठी गांव का रहने वाला है। बता दें कि इससे पहले इंस्पेक्टर की हत्या के मामले में पुलिस को जीतू फौजी को गिरफ्तार किया था। आरोपी नंबर-11 जीतू उर्फ फौजी घटना के दिन पुलिस चौकी के सामने सक्रिय तौर पर मौजूद था।

3 दिसंबर को गौकशी के बाद हुई हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) की हत्या की गई थी। बता दें कि बुलंदशहर हिंसा (Bulandshahr Violence) मामले में हालही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि इस मामले में सरकार ने जो कदम उठाए हैं, उसके लिए सराहना होनी चाहिए। इसके साथ ही सीएम योगी ने इस घटना को उनके सरकार के खिलाफ 'राजनीतिक साजिश' करार दिया था। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस साजिश को बेनकाब करने में कामयाब रही। सीएम योगी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था, 'बुलंदशहर की घटना एक साजिश थी। साजिश का पर्दाफाश हो चुका है। यह साजिश वही लोग कर रहे हैं, जिन लोगों ने प्रदेश में जहरीली शराब बनाकर, यहां के लोगों को मारने का प्रयास किया था। यह राजनीतिक षड़यंत्र था और ये षड़यंत्र वही लोग करते हैं जो कायर हैं। जो आमने-सामने किसी चुनौती को लेने की स्थिति में नहीं हैं।'