योगी के बयान का आज़म खान का पलटवार, सभा में बोले- 'बजरंग अली ले लो जालिमों की बलि'

बजरंग बली अब चुनाव और सियासी जंग के प्रमुख पात्र बन गए है। कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जो अली का सहारा लेना चाहते हैं लें हमारे लिए बजरंग बली ही काफी हैं। बजरंगबली पर इस बहस में अब आजम खान भी शामिल हो गए हैं। आजम खान ने रामपुर में योगी आदित्यनाथ के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने एक जनसभा को संबोदित करते हुए कहा कि 'अली और बजरंग बली में झगड़ा मत करवाओ। मैं इसके लिए एक नाम दिए देता हूं। बजरंग अली से मेरा दीन कमजोर नहीं होता। योगी जी ने कहा कि हनुमान जी दलित थे और फिर उनके किसी साथी ने कहा कि हनुमान जी ठाकुर थे। फिर पता चला कि वह ठाकुर नहीं जाट थे। फिर किसी ने कहा कि वह हिंदुस्तान के नहीं श्रीलंका के थे लेकिन बाद में एक मुसलमान ने कहा कि बजरंगबली मुसलमान थे। झगड़ा ही खत्म हो गया। हम अली और बजरंग एक हैं। बजरंग अली तोड़ दो दुश्मन की नली। बजरंग अली ले लो जालिमों की बलि।'

चुनावी जनसभा में आजम ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा। उन्होंने कहा, "हिंदुस्तान के 130 करोड़ लोगों, तुमने पाकिस्तान के वजीर-ए-आज़म का बयान सुना होगा। उसे इस बात का इंतज़ार है कि नरेंद्र मोदी दुबारा वजीर-ए-आजम कब बनेंगे? जब वो वजीर-ए-आजम बनेंगे तो हिंदुस्तान और पाकिस्तान का मसला हल हो जाएगा। वो तुम्हारा दोस्त कल भी था, वो तुम्हारा दोस्त आज भी है। कल भी तुम साजिशों में उसके साथ शरीक थे, आज भी शरीक हो। आप कल नवाज शरीफ के दोस्त थे और आज इमरान खान आपके दुबारा वजीर-ए-आज़म बनने का इंतज़ार कर रहा है। बताओ लोगों पाकिस्तान का एजेंट मैं हूं या फिर पाकिस्तान का एजेंट।? लोगों ने आज़म के सवाल का जवाब देते हुए कहा मोदी मोदी। पाकिस्तान का एजेंट मोदी है।"