नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले नेताओं को पाला बदलना जारी है। कांग्रेस के बागी भाजपा में और भाजपा के बागी कांग्रेस व अन्य दलों में जा रहे हैं। ऐसा ही कुछ बिहार में हुआ है। बिहार भाजपा के नाराज मुजफ्फरपुर से सांसद अजय निषाद ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। इस बात की घोषणा उन्होंने सोशल मीडिया पर की। इसके कुछ देर बाद ही दिल्ली में उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली।
अजय निषाद ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से कहा कि उनके साथ छल हुआ है। इससे वह दुखी हैं। इसलिए भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। अब कांग्रेस उन्हें मुजफ्फरपुर से लोकसभा का उम्मीदवार बना सकती है। ज्ञातव्य है कि भाजपा इस बार मुजफ्फरपुर से रामभूषण निषाद को लोकसभा चुनाव का प्रत्याशी बनाया है, जबकि पिछली बार अजय निषाद ने वहाँ से जीत दर्ज की थी। अजय इससे नाराज चल रहे थे।
सांसद अजय निषाद ने मंगलवार को दिल्ली स्थित कांग्रेस कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान बिहार के कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश एवं अन्य नेता मौजूद रहे। इस दौरान अखिलेश सिंह ने कहा कि अजय निषाद को भाजपा में घुटन हो रही थी। वहीं, मोहन प्रकाश ने कहा कि अजय निषाद के कांग्रेस में आने से पिछड़ों और अति पिछड़ों की लड़ाई और मजबूत होगी। कांग्रेस में शामिल होने के बाद अजय निषाद ने कहा कि पार्टी कैसे मजबूत हो, इसके लिए वह काम करेंगे। हालांकि, मुजफ्फरपुर से उनकी उम्मीदवारी को लेकर मंगलवार को कोई घोषणा नहीं की गई।
दूसरी ओर, सासाराम से भाजपा सांसद छेदी पासवान के भी बागी होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक छेदी पासवान कांग्रेस नेताओं के संपर्क में हैं। अगर बात बन गई तो वे भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस उन्हें भी सासाराम से टिकट दे सकती है।