चुनाव आयोग ने लगाया बैन, 'बजरंग बली' के दर्शन करने पहुंचे योगी आदित्यनाथ, मंदिर में पढ़ी हनुमान चालीसा

योगी आदित्यनाथ की अली और बजरंग बली वाली टिप्पणी पर सख्ती दिखाते हुए चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ के चुनाव प्रचार करने पर 72 घंटों का प्रतिबंध लगा दिया है। बीजेपी नेता आदित्यनाथ ने लोकसभा चुनावों की तुलना इस्लाम में श्रद्धेय 'अली' और हिंदू देवता बजरंग बली के बीच मुकाबले से की थी। आदित्यनाथ ने कहा था, अगर कांग्रेस, सपा, बीएसपी को 'अली' पर विश्वास है तो हमें 'बजरंग बली' पर विश्वास है। दोनों नेताओं के बयानों की शिकायत चुनाव आयोग से की गई थी। चुनाव आयोग की ओर से लगे प्रतिबंध के बाद योगी आदित्यनाथ 16, 17 और 18 अप्रैल तक कोई चुनाव प्रचार नहीं कर सकेंगे। आयोग की ओर से इस प्रतिबंध के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया। जानकारी के मुताबिक सीएम योगी मंगलवार सुबह 8:30 बजे हनुमान सेतु मंदिर पहुंचे। चुनाव आयोग की ओर से योगी के भाषण देने पर प्रतिबंध लगाया गया है और उनके इस प्रतिबंध में मंदिर में जाना शामिल नहीं है। ऐसे में वह मंदिर जा सकते हैं।

आजम खान और मेनका गांधी के चुनाव प्रचार पर भी रोक

आचार संहिता का उल्लंघन को दखते हुए चुनाव आयोग ने आजम खान और मेनका गांधी के चुनाव प्रचार पर भी रोक लगा दी। आजम खान के चुनाव प्रचार पर 72 घंटे और मेनका गांधी के चुनाव प्रचार पर 48 घंटे के लिए बैन लगा दिया है। चुनाव आयोग ने संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत प्रदत्त अधिकारों को इस्तेमाल करते हुये दोनों नेताओं के रवैये की आलोचना करते हुये देश में कहीं भी प्रचार अभियान में हिस्सा लेने से रोका है। आजम खान ने बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा के खिलाफ सारी हदें लांघते हुए बेहद आपत्तिजनक बयान दिया था। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में रामपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने जयाप्रदा का नाम लिए बगैर उन पर जमकर निशाना साधते हुए कहा था कि जिसको हम उंगली पकड़कर रामपुर लाए, रामपुर की गलिया, रामपुर की सड़कों की पहचान कराई, किसी का कांधा नहीं लगने दिया उसके शरीर से आप गवाही दोगे...छूने नहीं दिया, गंदी बात नहीं करने दी...आपने दस साल अपना प्रतिनिधित्व कराया। मगर आपमें और मुझमें क्या फर्क है?... रामपुर वालों, उत्तर प्रदेश वालों, हिंदुस्तान वालो...उसकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लग गए, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का जो अंडरवियर है वो खाकी रंग का है। इस पर चुनाव आयोग ने कड़ा कदम उठाया है और उन पर 72 घंटे के लिए चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी है। आजम खान ने बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा के खिलाफ सारी हदें लांघते हुए बेहद आपत्तिजनक बयान दिया था। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में रामपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने जयाप्रदा का नाम लिए बगैर उन पर जमकर निशाना साधते हुए कहा था कि जिसको हम उंगली पकड़कर रामपुर लाए, रामपुर की गलिया, रामपुर की सड़कों की पहचान कराई, किसी का कांधा नहीं लगने दिया उसके शरीर से आप गवाही दोगे...छूने नहीं दिया, गंदी बात नहीं करने दी...आपने दस साल अपना प्रतिनिधित्व कराया। मगर आपमें और मुझमें क्या फर्क है?... रामपुर वालों, उत्तर प्रदेश वालों, हिंदुस्तान वालो...उसकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लग गए, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का जो अंडरवियर है वो खाकी रंग का है। इस पर चुनाव आयोग ने कड़ा कदम उठाया है और उन पर 72 घंटे के लिए चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी है।