शत्रुघ्न सिन्हा का विदाई संदेश, कहा - 'छोड़ने के अलावा और कोई विकल्प बाकी नहीं रह गया था'

भारतीय जनता पार्टी के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा आखिरकार कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। शत्रुघ्न सिन्हा ने आज कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला की मौजूदगी में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ली। इस दौरान रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हम शत्रुघ्न सिन्हा का पार्टी में स्वागत करते हैं। बीजेपी के स्थापना दिवस पर कांग्रेस में शामिल होने से पहले शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट कर अपना दर्द बयान किया। उन्होंने अपने 'विदाई संदेश' में कहा कि बीजेपी के कुछ लोगों और नीतियों के कारण उनके पास पार्टी छोड़ने के अलावा और कोई विकल्प बाकी नहीं रह गया था।

शत्रु ने ट्वीट किया- 'मैं 6 अप्रैल को भारी मन और बेहद दर्द के साथ आखिरकार अपनी पुरानी पार्टी से विदा ले रहा हूं, जिसके कारण हम सभी को अच्छी तरह से पता हैं। आज ही बीजेपी का स्थापना दिवस भी है। अपने लोगों के लिए मेरे मन में कोई बुरी भावना नहीं है क्योंकि वे मेरे परिवार की तरह थे और मुझे भारत रत्न नानाजी देशमुख, स्वर्गीय और महान पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और हमारे दोस्त, फिलॉसफर, नेता, गुरु और मार्गदर्शक श्री लालकृष्ण आडवाणी के मार्गदर्शन में बेहतर बनाया गया।'

'मतभेदों ने रास्ता नहीं छोड़ा'

उन्होंने बीजेपी से अपनी नाराजगी एकबार फिर जाहिर की। उन्होंने लिखा- 'मैं उन लोगों का भी जिक्र करना चाहूंगा जो उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे और जो अन्याय और लोकशाही को तानाशाही में बदलने के जिम्मेदार हैं। मैं इस वक्त (उन्हें) माफ करता हूं और भूल जाता हूं। पार्टी के कुछ मौजूदा लोगों और नीतियों से मेरे जो मतभेद हैं, उन्होंने मेरे पास पार्टी से रास्ते अलग करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं छोड़ा है।'

पटना साहिब से ही चुनाव लड़ेंगे

कांग्रेस में शामिल होने से पहले ही शत्रुघ्न सिन्हा सिन्हा ने साफ कर दिया था कि वह पटना साहिब से ही चुनाव लड़ेंगे। महागठबंधन में सीटों का जो बंटावारा हुआ है उसके तहत पटना साहिब की सीट कांग्रेस के खातें में गई है। ऐसे में ये तय माना जा रहा है कि इस सीट से कांग्रेस उन्हें ही टिकट देगी। बिहार में कांग्रेस नौ सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

'आज और कल का चेहरा राहुल गांधी'

उन्होंने कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष राहुल गांधी को आज और कल के भारत का एक बेहद सक्षम और सफल चेहरा बताया और उम्मीद जताई कि वह (सिन्हा) एक बेहतर दिशा में जा रहे हैं। उन्होंने बिहार में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के गठबंधन का भी जिक्र किया। उन्होंने लिखा- 'लोकतंत्र और लालू और तेजस्वी की आरजेडी से गठबंधन के साथ कांग्रेस पार्टी अमर रहे।'

बीजेपी ने रविशंकर प्रसाद को दिया पटना साहिब से टिकट

बता दें कि दो बार से पटना साहिब सीट से सांसद रहे शत्रुघ्न सिन्हा बीजेपी में रहते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी नीतियों पर लगातार हमलावर रहे। इसी बगावती तेवर के चलते बीजेपी ने उनका टिकट काटकर केंद्रीय रविशंकर प्रसाद को अपना प्रत्याशी बना दिया। हालांकि बीजेपी की ओर से आरके सिन्हा भी अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे, लेकिन पार्टी ने उन पर भरोसा नहीं जताया।

पटना साहिब लोकसभा सीट पर जातीय समीकरण के आधार पर कायस्थों का दबदबा है। यहां कायस्थों के बाद यादव और राजपूत वोटरों का बोलबाला है। पिछले दो लोकसभा चुनावों से पटना साहिब सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार नंबर दो रहे हैं। ऐसे में महागठबंधन के तहत ये सीट कांग्रेस के खाते में गई है और माना जा रहा है कि इस सीट से शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस के उम्मीदवार हो सकते हैं। दिलचस्प बात ये है कि शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) और रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) दोनों कायस्थ बिरादरी से आते हैं। शत्रुघ्न (Shatrughan Sinha) दो बार इस सीट से सांसद रह चुके हैं और इसका लाभ उन्हें मिल सकता है। रविशंकर प्रसाद पहली बार इस सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे इसलिए उनके लिए यहां चुनौतियां ज्यादा होंगी। कांग्रेस के टिकट से चुनाव मैदान में आने से शत्रुघ्न को महागठबंधन के तहत यादव, मुस्लिम, दलित मतों का समर्थन मिल सकता है। इसके अलावा कायस्थ के वोटों में भी शत्रुघ्न सेंधमारी कर सकते हैं।