CM योगी के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा - पार्टी कार्यकर्ता BJP उम्मीदवार को हराने का काम करेंगे

लोकसभा चुनाव में भाजपा (BJP) से टिकट को लेकर नाराज चल रहे योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bhartiya Samaj Party) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (OP Rajbhar) ने लोकसभा चुनाव के 7वें चरण में पूर्वांचल की तीन सीटों पर विपक्षी दलों के प्रत्याशियों को समर्थन दिया है। राजभर ने मिजार्पुर में कांग्रेस और महाराजगंज तथा बांसगांव में गठबंधन प्रत्याशियों को समर्थन देने का फैसला लिया है। सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने बताया कि मिजार्पुर, महाराजगंज और बांसगांव में पार्टी के घोषित प्रत्याशियों का पर्चा खारिज होने की वजह से यह फैसला लिया गया है।

अरुण राजभर ने कहा कि पर्चा खारिज होने के बाद कार्यकर्ताओं के सुझाव पर पार्टी ने कांग्रेस और गठबंधन प्रत्याशियों को समर्थन देने का फैसला लिया है। इन तीनों सीटों पर पार्टी कार्यकर्ता भाजपा प्रत्याशी को हराने का काम करेंगे।

गौरतलब है कि लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा से समझौता ना होने के बाद राजभर ने पूर्वांचल के 39 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं, इनमें प्रधानमंत्री मोदी की संसदीय वाराणसी सीट भी शामिल है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने आजमगढ़ से यशवंत सिंह उर्फ विक्की सिंह, लखनऊ से बब्बन राजभर, रायबरेली से अभय पटेल, अमेठी से जितेंद्र सिंह, सुल्तानपुर से कौशिल्या राजभर और गोरखपुर से राधेश्याम सिंह को उतारा था। अपने 39 उम्मीदवारों का ऐलान करते हुए पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने मंगलवार को कहा 'भाजपा से लोकसभा सीटों के बंटवारे पर बातचीत के कई दौर हुए लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। अंत में भाजपा नेताओं ने प्रस्ताव रखा कि घोसी लोकसभा सीट से मुझे उनके चुनाव चिन्ह कमल पर लोकसभा चुनाव लड़ना होगा जिसे मैंने सिरे से खारिज कर दिया।

चाहे समाजवादी पार्टी हो, या बहुजन समाज पार्टी या कांग्रेस या भारतीय जनता पार्टी हो। किसी ने भी हमारे समाज को प्रतिनिधित्व नहीं दिया। मैं अपने पिछड़े, दबे, शोषित समाज के सम्मान के लिये अपनी पार्टी के 39 उम्मीदवारों की आज घोषणा कर रहा हूं।'

बता दें, लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के पहले चरण के बाद योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर ने एनडीए (NDA) को बड़ा झटका देते हुए ऐलान किया था कि उनकी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Samaj Party) भाजपा से कोई संबंध नहीं रखेगी और उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी।