गोडसे विवाद: प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर PM मोदी ने जताई नाराजगी, कहा - मैं मन से कभी माफ नहीं कर पाउंगा

प्रज्ञा ठाकुर के नाथूराम गोडसे को लेकर दिए गए अपने बयान पर अमित शाह के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी नाराजगी जता दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि गांधी जी या गोडसे के बारे में जो भी बयान दिये गये हैं, यह भयंकर खराब है, घृणा के लायक है, आलोचना के लायक है। सभ्य समाज के अंदर ऐसी सोच नहीं चल सकती है। उन्होंने माफी मांग ली अलग बात है लेकिन मैं मन से कभी माफ नहीं कर पाउंगा।

इससे पहले अमित शाह ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की थी। अमित शाह ने अपने ट्विट में कहा, ''पार्टी की अनुशासन समिति ने तीनों नेताओं से जवाब मांगकर उसकी एक रिपोर्ट 10 दिन के अंदर पार्टी को दे, इस तरह की सूचना दी गयी है।'' अमित शाह ने तीनों नेताओं के इस बयान को निजी बयान बताया है। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ''पिछले दो दिनों में अनंतकुमार हेगड़े, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और नलीन कटील के जो बयान आये हैं वो उनके निजी बयान हैं, उन बयानों से भारतीय जनता पार्टी का कोई संबंध नहीं है।''

नाथूराम गोडसे को लेकर दिए बयान के बाद बीजेपी के नेता अनंतकुमार हेगड़े, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और नलीन कटील की मुश्किलें बढ़ने लगी है। भारतीय जनता पार्टी ने दोनों नेताओं से इस बारे में जवाब मांगा है।

प्रज्ञा ठाकुर ने गोडसे को बताया था देशभक्त

गौरतलब है कि मीडिया के सवाल के जवाब में प्रज्ञा ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। उन्होंने कहा था, ''नाथूराम गोडसे देशभक्त थे... हैं...और रहेंगे, उनको आतंकवादी कहने वाले लोग स्वयं के गिरेबान में झांककर देखें अबकी चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा।''

क्या कहा था बीजेपी सांसद नलीन कटील ने

वहीं गुरुवार को बीजेपी सासंद नलिन ने कहा, ''गोडसे ने एक को मारा, कसाब ने 72 को मारा, राजीव गांधी ने 17 हजार को मारा। अब आप खुद तय कर लो कि कौन ज्यादा क्रूर है।'' नलिन कटील बीजेपी के टिकट पर यहां से दूसरी बार सांसद चुने गए हैं।

प्रज्ञा ठाकुर को मिला था हेगड़े का साथ

इससे पहले कर्नाटक की उत्तर कन्नड़ सीट से सांसद अनंत कुमार हेगड़े के ट्वीट कर कहा था, ''उन्हें खुशी है कि 70 साल बाद बदले हुए वैचारिक माहौल में गोडसे पर बहस हो रही है। नाथूराम गोडसे को आखिरकार इस बहस से खुशी हुई होगी। यह समय मुखर होने और बयान पर शर्मिंदा न होने का है।''

प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान के बाद विपक्षियों ने पलटवार किया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने तंज कसते हुए कहा, 'बापू का हत्यारा देशभक्त? हे राम! खुद को अपने उम्मीदवार से अलग कर लेना ही काफी नहीं है। बीजेपी के राष्ट्रवादी दिग्गजों को तुम्हारा रुख साफ करने की हिम्मत है।' हालाकि प्रज्ञा ने अपने इस बयान के बाद माफी मांगी है। मध्य प्रदेश बीजेपी के उपाध्यक्ष विजेश लुनावत ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें प्रज्ञा कह रही हैं, ‘‘यह मेरा निजी बयान था। मैं रोड शो कर रही थी। इस दौरान मुझे भगवा आतंकवाद के बारे में प्रश्न पूछा गया। यह मेरा त्वरित जवाब था क्योंकि मैं रास्ते में थी। मैं किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचाना चाहती थी। मेरे बयान से अगर किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगती हूं। वीडियो में उन्होंने कहा, ‘‘मैं गांधी जी का बहुत सम्मान करती हूं। गांधी जी ने जो देश के लिए किया है उसे भुलाया नहीं जा सकता है। मैंने टीवी नहीं देखा है लेकिन जो पार्टी लाइन है, बीजेपी का निष्ठावान कार्यकर्ता होने के नाते मैं भी उस पर चलूंगी।' उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बयान के लिए माफी मांगती हूं।'’