मैं एक वफादार व्यक्ति हूं... और जोश में नहीं, होश में फैसले लेता हूंः शत्रुघ्न सिन्हा

भारतीय जनता पार्टी के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) आखिरकार कांग्रेस (Congress) में शामिल चुके हैं। उन्होंने शनिवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला की मौजूदगी में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ली। कांग्रेस में शामिल होने के अपने फैसले के बारे में बताते हुए शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) ने कहा यह फैसला रातों-रात नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा मैं एक ऐसा वफादार हूँ जो जोश में नहीं, बल्कि होश में काम करता हूँ। बता दे, शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के लंबे समय से कटु आलोचक रहे हैं। कांग्रेस में शामिल होने के बाद बीजेपी से अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए सिन्हा ने कहा था कि 'मैं उन लोगों का भी जिक्र करना चाहूंगा जो उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे और जो अन्याय और लोकशाही को तानाशाही में बदलने के जिम्मेदार हैं। मैं इस वक्त (उन्हें) माफ करता हूं और भूल जाता हूं। पार्टी के कुछ मौजूदा लोगों और नीतियों से मेरे जो मतभेद हैं, उन्होंने मेरे पास पार्टी से रास्ते अलग करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं छोड़ा है।'

क्या कांग्रेस का साथ उनका जुड़ाव लंबे समय का होगा इस सवाल के जवाब में सिन्हा ने कहा, 'क्या मैं भाजपा के साथ किंतु-परंतु और उतार-चढ़ाव के बीच 25 साल तक साथ नहीं रहा? क्या मैं तब से उसके साथ नहीं था जब लोकसभा में उसकी मात्र दो सीटें थी? मैं एक वफादार व्यक्ति हूं... मैं रातों रात फैसला नहीं करता और रातों रात चीजों को नहीं छोड़ता। मैं जोश में काम नहीं करता, बल्कि होश में करता हूं?' उन्होंने गांधी-नेहरू परिवार के बारे में कहा, 'मैं उन्हें राष्ट्र निर्माता के रूप में देखता हूं। इस परिवार ने देश के प्रति काफी योगदान दिया है।'

फिल्म अभिनेता रह चुके सिन्हा ने कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष राहुल गांधी को आज और कल के भारत का एक बेहद सक्षम और सफल चेहरा बताया और उम्मीद जताई कि वह (सिन्हा) एक बेहतर दिशा में जा रहे हैं। उन्होंने बिहार में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के गठबंधन का भी जिक्र किया। उन्होंने लिखा- 'लोकतंत्र और लालू और तेजस्वी की आरजेडी से गठबंधन के साथ कांग्रेस पार्टी अमर रहे।'

सिन्हा ने नोटबंदी एवं जीएसटी जैसे फैसलों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की और उनसे राफेल लड़ाकू विमान के मुद्दे पर पाक-साफ होने को कहा। शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) कहा, 'आप (मोदी) क्यों नहीं सामने आते और (राफेल पर) स्पष्टीकरण देते हैं। यदि आप आगे आएं और राफेल पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हैं तो क्या आपका 56 इंच का सीना छह इंच का हो जाएगा।'

पटना साहिब सीट से कांग्रेस द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने पर सिन्हा ने कहा कि उन्हें उन लोगों का आशीर्वाद प्राप्त है जो उन्हें प्यार से 'बिहारी बाबू' कहते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या 'बिहारी बाबू' पटना साहिब सीट से 'हैट-ट्रिक' (लगातार तीसरी बार जीत) बनाएंगे, सिन्हा ने कहा, 'उम्मीद है...'

भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद से चुनावी मुकाबले के बारे में पूछे जाने पर सिन्हा ने उन्हें पारिवारिक मित्र बताया और कहा कि वह उनका सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा, '...यह पटना के लोगों को तय करना है (कि कौन जीतेगा)। उन्हें फैसला करने दीजिए।' बता दे, पटना साहिब लोकसभा सीट पर जातीय समीकरण के आधार पर कायस्थों का दबदबा है। यहां कायस्थों के बाद यादव और राजपूत वोटरों का बोलबाला है। पिछले दो लोकसभा चुनावों से पटना साहिब सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार नंबर दो रहे हैं। ऐसे में महागठबंधन के तहत ये सीट कांग्रेस के खाते में गई है और माना जा रहा है कि इस सीट से शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस के उम्मीदवार हो सकते हैं। दिलचस्प बात ये है कि शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) और रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) दोनों कायस्थ बिरादरी से आते हैं। शत्रुघ्न (Shatrughan Sinha) दो बार इस सीट से सांसद रह चुके हैं और इसका लाभ उन्हें मिल सकता है। रविशंकर प्रसाद पहली बार इस सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे इसलिए उनके लिए यहां चुनौतियां ज्यादा होंगी। कांग्रेस के टिकट से चुनाव मैदान में आने से शत्रुघ्न को महागठबंधन के तहत यादव, मुस्लिम, दलित मतों का समर्थन मिल सकता है। इसके अलावा कायस्थ के वोटों में भी शत्रुघ्न सेंधमारी कर सकते हैं।

शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) ने कहा कि अपनी पुस्तक 'एनीथिंग बट खामोश' में उन्होंने कहा है कि उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से हमेशा ही स्नेह मिला था। भाजपा के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी सहित 75 वर्ष की आयु से अधिक के कई वरिष्ठ एवं कद्दावर नेताओं को इस बार लोकसभा चुनाव में भगवा पार्टी से टिकट नहीं दिए जाने के विषय पर 73 वर्षीय सिन्हा ने कहा, 'जहां तक मेरी बात है...वह (भाजपा) कहती है या तो मेरे रास्ते चलो या रास्ता नाप लो। मैं कहता हूं कि सर्वश्रेष्ठ रास्ते पर सबसे अच्छी पार्टी के साथ जाउंगा।'