EVM की संदिग्ध आवाजाही : विपक्ष के दावों को चुनाव आयोग ने बताया गलत, कहा - आरोप बेबुनियाद

लोकसभा चुनाव परिणाम से पहले ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा को लेकर नए सिरे से विवाद शुरू हो गया है। विपक्ष स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए छेड़छाड़ की कोशिश का दावा कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष प्रियंका गांधी ने ईवीएम मशीन पर निगरानी रखने के लिए अपने कार्यकर्ताओं से अपील की है। सोमवार को एक ऑडियो जारी कर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सभी कार्यकर्ताओं से कहा, 'आपलोग अफ़वाहों और एग्जिट पोल से हिम्मत मत हारिये। यह अफवाहें आपका हौसला तोड़ने के लिये फैलाई जा रही है। इस बीच आपकी सावधानी और भी महत्वपूर्ण बन जाती है। स्ट्रांग रूम और मतगणना केंद्रों पर डटे रहिए और चौकन्ने रहिए।' उन्होंने कहा, 'हमें पूरी उम्मीद है कि हमारी और आपकी मेहनत का फल मिलेगा।' कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने भी कहा कि सरकार ने एग्जिट पोल के आंकड़े पहले ही मंगा लिये थे। इन्होंने ईवीएम में गड़बड़ी का पूरा इंतजाम कर रखा है।

प्रियंका गांधी के अलावा राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, मनीष सिसोदिया समेत कई नेताओं ने भी स्ट्रॉन्ग रूम (जहां वोटिंग के बाद ईवीएम रखे गए हैं) पर निगरानी रखने के लिए कार्यकर्ताओं से अपील की है।

वहीं चुनाव आयोग ने मंगलवार को विपक्षी दलों के दावों को खारिज करते हुए कहा कि ''गाजीपुर, चंदौली, डुमरियागंज और झांसी में ईवीएम को लेकर जो आरोप लगाए गए वो सही नहीं हैं। जिन ईवीएम का मतदान में इस्तेमाल हुआ है वो पूरी तरह सुरक्षित हैं।''

गाजीपुर प्रशासन ने भी महागठबंधन के उम्मीदवार अफजाल अंसारी के दावों को खारिज किया है। गाजीपुर प्रशासन ने ट्वीट कर कहा, ''ईवीएम को लेकर आशंकाएं निराधार हैं। ईवीएम 24×7 सीआईएसएफ की सुरक्षा में है। उम्मीदवारों को स्ट्रॉन्ग रूम की निगरानी के लिए अपने एजेंटों को रखने की अनुमति दी गई है।'' इस ट्वीट को चुनाव आयोग ने रिट्वीट किया है। दरहसल, गाजीपुर से महागठबंधन के उम्मीदवार अफजाल अंसारी ने ईवीएम बदलने का आरोप लगाते हुए कृषि मंडी के गेट के ठीक सामने अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे गए। अफजाल का आरोप है कि गाजीपुर लोकसभा के अंतर्गत पांच विधानसभा सीटें आती हैं। हर विधानसभा सीट की ईवीएम पांच अलग-अलग जगहों पर रखी गई हैं। अफजाल की मांग है कि हर स्ट्रांग रूम के पास दो बीएसपी के कार्यकर्ताओं के लिए पास जारी किया जाए। लेकिन प्रशासन इसकी अनुमति नहीं दे रहा है। अंसारी ने कहा कि हमें शक है कि जिला प्रशासन सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर कुछ गड़बड़ कर सकता है। इसलिए जबतक हम अपने ईवीएम मशीन की सुरक्षा के मामले में पूरी तरह से आश्‍वस्‍त नहीं हो जाएंगे तब तक हम नहीं हटेंगे। दिन-रात एक कर हम अपनी ईवीएम मशीन का सुरक्षा करेंगे। धरने के दौरान अफजाल अंसारी की दरोगा से बहस भी हुई।

बीजेपी ने भी इसे विपक्ष की हताशा करार दिया। बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने एबीपी न्यूज़ से कहा, ''ये हार तय देखकर ऐसा कर रहे हैं। मोदी को गाली देते देते अब चुनाव आयोग और ईवीएम को गाली देने लगे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने तो अपना फ़ैसला दे दिया है। प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि चुनाव आयोग ने बहुत अच्छा काम किया है। कांग्रेस और बाकी पार्टियों को कम से कम प्रणब दा की बात सुननी चाहिए।''

आयोग ने डुमरियागंज के मामले पर कहा है कि ईवीएम सुरक्षित हैं। आरोप बेबुनियाद हैं। उन्हें डीएम और एसपी ने समझा दिया। मामला सुलझ गया है। वहीं झांसी के बारे में कहा कि ईवीएम राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों की उपस्थिति में उचित सुरक्षा और प्रोटोकॉल के तहत हैं। कोई समस्या नहीं।

इसके साथ ही साथ ही चुनाव आयोग ने कहा, 'ईवीएम और वीवीपैट को उम्मीदवारों के सामने ठीक से सील किया गया और उनकी वीडियोग्राफी भी हुई। सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वहां पर केंद्रीय सुरक्षाबल के जवान तैनात हैं। उम्मीदवारों को स्ट्रॉंगरूम की एक बार निगरानी रखने की अनुमति दी गई है और उनके एक प्रतिनिधि को हर वक्त वहां रहने की मंजूरी है। आरोप बेबुनियाद हैं।

राजनीतिक दलों का दावा

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी एक ऑडियो जारी कर कार्यकर्ताओं से कहा, ''आपलोग, अफ़वाहों और एग्जिट पोल से हिम्मत मत हारिये। यह अफवाहें आपका हौसला तोड़ने के लिये फैलाई जा रही है। इस बीच आपकी सावधानी और भी महत्वपूर्ण बन जाती है। स्ट्रॉन्ग रूम और मतगणना केंद्रों पर डटे रहिए और चौकन्ने रहिए।''

बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने ट्वीट कर कहा कि देशभर के स्ट्रॉन्ग रूम के आसपास ईवीएम की बरामदगी हो रही है। ट्रकों और निजी वाहनों में ईवीएम पकड़ी जा रही है। ये कहां से आ रही है, कहां जा रही है? कब, क्यों, कौन और किसलिए इन्हें ले जा रहा है? क्या यह पूर्व निर्धारित प्रक्रिया का हिस्सा है? चुनाव आयोग को अतिशीघ्र स्पष्ट करना चाहिए।''

आरजेडी ने कहा ''अभी-अभी बिहार के सारण और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र स्ट्रॉन्ग रूम के आस-पास मंडरा रही EVM से भरी एक गाड़ी जो शायद अंदर घुसने के फ़िराक़ में थी उसे राजद-कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पकड़ा। साथ मे सदर BDO भी थे जिनके पास कोई जबाब नहीं है। सवाल उठना लाजिमी है? छपरा प्रशासन का कैसा खेल।''

तेजस्वी यादव ने कहा, ''एग्ज़िट से पहले बाज़ार की अपनी मजबूरियां एग्जिट पोल के नाम से बेची जाती हैं। संघ समर्थित संस्थानों और संसाधनों की मदद से वंचितो के मनोविज्ञान से खेलना इनका पुराना हथियार है। इसे ख़ारिज करें। हम जीत रहे है। स्ट्रॉन्ग रूम पर कड़ी निगरानी रखे। गंदे खेल के माहिर लोगों की चाल कामयाब ना हो।''

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा, ''झांसी, मेरठ, ग़ाज़ीपुर, चंदौली, सारण, हर जगह मतगणना केंद्रों पर मशीने बदली जा रही है।लेकिन चुनाव आयोग और तथाकथित-मीडिया मोदी के सामने नतमस्तक, आंखों पर पट्टी बांधे घुटनों के बल बैठा है।। जनता ने मोदी के ख़िलाफ़ वोट दिया है उसे मीडिया और चुनाव आयोग मिलकर बदल रहे हैं।''