हिमाचल के किन्नौर में बड़ा हादसा, टूरिस्ट्स की चीखों से कांपी घाटी; भू-स्खलन के बाद 9 लोगों की मौत

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में रविवार दोपहर भू-स्खलन से हुए हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई और 3 घायल हो गए है। हिमाचल की वादियों में हुए इस हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। भू-स्खलन के चलते पहाड़ से बड़ी-बड़ी चट्टानें गिरीं जिसके चलते वैली ब्रिज टूट गया है।

हिमाचल की वादियों में घूमने आए टूरिस्ट इसका शिकार हो गए। वे सब हंसते-गाते पहाड़ों के नजारे देख रहे थे कि अचानक पहाड़ से चट्‌टानें खिसकना शुरू हो गईं। इससे चीख-पुकार मच गई। गाड़ियां मलबे के नीचे दब गईं। इस हादसे का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

इन लोगों की हुई मौत

मरने वालों में 4 राजस्थान के, 2 छत्तीसगढ़ के, 1-1 महाराष्ट्र, दिल्ली और पंजाब के रहने वाले थे। ये सभी किन्नौर घूमने आए थे। सड़क पर चल रहे एक राहगीर के साथ कुछ और लोगों को चोटें आई हैं।

- अनुराग बियानी पुत्र नंद किशोर बियानी, परश्रथ मार्ग, बजाज रोड, मधोगंज सीकर, राजस्थान
- माया देवी बियानी पत्नी नंद किशोर बियानी, परश्रथ मार्ग, बजाज रोड, मधोगंज सीकर, राजस्थान
- ऋचा बियानी पुत्री नंद किशोर बियानी, परश्रथ मार्ग, बजाज रोड, मधोगंज सीकर, राजस्थान
- दीपा शर्मा, पुत्री राम भरोसी, हीरापथ, मानसरोवर, जयपुर
- सतीश कटकबर पुत्र एमएल कटकबर, छत्तीसगढ़
- अमोघ बपत पुत्र प्रशांत बपत, एचटीपीएस कॉलोनी, अन्नपूर्णा विहार, कोरबा दाड़ी, छत्तीसगढ़
- प्रतीक्षा पाटिल पुत्री सुनील पाटिल, सदभावना नगर, साओनर पतंसाबांगी, नागपुर, महाराष्ट्र
- उमराब सिंह (चालक) पुत्र जुगल किशोर, रघुबीर नगर, टैगोर गार्डन, वेस्ट दिल्ली
- कुमार उल्हास वेदपाठक

हादसे की जानकारी मिलने के बाद पुलिस-प्रशासन मौके पर पहुंच गया है। कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने इस हादसे के बाद कहा कि अभी भी पहाड़ी से पत्थरों के गिरने का सिलसिला जारी है। इसके चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत हो रही है। उन्होंने कहा कि हादसे की सूचना सरकार को दी गई है और रेस्क्यू ऑपरेशन तेज करने के लिए हेलीकॉप्टर मांगा गया है। आश्वासन मिला है कि हेलीकॉप्टर जल्द ही पहुंच रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों के परिजन को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से देने का घोषणा की है।

हिमाचल के किन्नौर में पत्थरों के गिरने का सिलसिला शनिवार से ही जारी है। शनिवार दोपहर सांगला-चितकुल संपर्क मार्ग पर बटसेरी के गुनसा के करीब एक वाहन पर चट्टान गिरी थी, जिसके चलते काफी देर तक आवाजाही बंद हो गई थी। इस दौरान किसी को चोट नहीं आई थी। इस हादसे के बाद सांगला से चितकुल की ओर जाने वाले वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी।

किन्नौर में नेशनल हाईवे- 5 पर पहले भी पत्थर गिरने की घटनाएं हो चुकी हैं। करीब 3 महीने पहले यूपी के सहारनपुर में रहने वाले दिनेश कुमार की ऐसे ही हादसे में मौत हुई थी। दिनेश यहां चल रही एक जल विद्युत परियोजना में काम करता था। वह हाईवे से पैदल जा रहा था। तभी अचानक पहाड़ी से पत्थर गिरने लगे। एक पत्थर उसके सिर में लगा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।