फिर गहराए लालू परिवार पर संकट के बादल, ईडी ने सम्पती को किया सील

लालू यादव की बेटी मीसा भारती के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने मीसा भारती के बिजवासन इलाके स्थित फॉर्म हाउस को अटैच किया गया है। यह फॉर्म हाउस मीसा और उनके पति शैलेश का है। गौरतलब है कि ईडी मीसा और शैलेश के जवाबों से संतुष्ट नहीं है। यह फार्म हाउस शैल कंपनियों के जरिए आए धन से खरीदा गया था।

लालू आ सकते है सवालों के घेरे में -:

चार शैल कंपनियों के जरिए 1 करोड़ 20 लाख रुपये आए थे। इसी पैसे से यह खरीद हुई। साल 2008-09 में शैल कंपनियों के जरिए पैसा आया था जब लालू यादव रेलमंत्री थे। इस मामले में जांच की आंच लालू तक भी पहुंच सकती है। सीबीआई और ईडी इस मामले में जांच कर रही है।

ईडी ने मीसा और शैलेश के ठिकानों पर 8 जुलाई को भी छापेमारी की थी और दोनों से पूछताछ हुई थी। वहीं मीसा के सीए राजेश अग्रवाल के खिलाफ ईडी आरोपपत्र दायर कर चुका है। राजेश फिलहाल तिहाड़ जेल में है। हालांकि सोमवार को दिल्ली की एक अदालत ने उन्हें जमानत दे दी।

सुनवाई के दौरान लोक अभियोजक नीतीश राना ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि जांच अब भी जारी है और आरोपी को जमानत पर रिहा करने का यह सही समय नहीं है। उन्होंने अदालत को बताया कि मामला शुरूआती चरण में है और अगर जमानत मंजूर की जाती है तो आरोपी सबूतों से छेड़छाड़ कर सकता है। ईडी के अनुसार, अग्रवाल संदिग्ध कर चोरी को लेकर जांच के दायरे में चल रहीं मीसा भारती से कथित रूप से संबंधित एक फर्म के कुछ लेनदेन से जुड़े हैं। मामला उस समय सामने आया था जब ईडी ने इस साल फरवरी में धन शोधन रोकथाम कानून के तहत एक आपराधिक शिकायत दर्ज की थी।

ये बेनामी संपत्ति मामले के अंतर्गत कारवाही की जा रही है कुछ राजनितिक लोगो का मानना है की मोदी अपनी राजनितिक विरोध के कारण लालू के परिवार को इस मामले में घसीट रहे है ताकि लालू लो बिहार में बदनाम करके बीजेपी अपना निजी फायदा करा सक।