नहीं रहे मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि

मध्य प्रदेश के राज्यपाल और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे लालजी टंडन (85) का मंगलवार सुबह 5:30 बजे निधन हो गया। उनके बेटे आशुतोष ने इस बात की पुष्टि की। आज शाम 4:30 बजे उनका लखनऊ में अंतिम संस्कार होगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने 3 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।

टंडन को 11 जून को सांस लेने में तकलीफ और बुखार के चलते लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार शाम अस्पताल की तरफ से जारी मेडिकल बुलेटिन में उनकी हालत क्रिटिकल बताई गई थी। टंडन का कोरोना टेस्ट निगेटिव आया था। लिवर में दिक्कत होने की वजह से 14 जून को इमरजेंसी ऑपरेशन किया गया था। टंडन की हालत में सुधार न होता देख केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बाई पटेल को मध्यप्रदेश का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा था। अब उनके निधन के बाद कई बड़े नेता श्रद्धांजलि दे रहे हैं।

उन्हें कानून की बेहतर समझ थी: मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि लालजी टंडन को उनकी समाज सेवा के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में मजबूत बनाने में अहम रोल निभाया, वह जनता की भलाई के लिए काम करने वाले नेता थे। पीएम मोदी ने लिखा कि लालजी टंडन को कानूनी मामलों की भी अच्छी जानकारी रही और अटलजी के साथ उन्होंने लंबा वक्त बिताया। मैं उनके प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त करता हूं।

उनका जीवन जनता की सेवा में समर्पित रहा : राजनाथ सिंह

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लालजी टंडन के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल एवं उत्तर प्रदेश की एक कद्दावर शख़्सियत लालजी टंडन के निधन का समाचार बहुत पीड़ादायक है। टंडनजी के साथ मुझे लम्बे समय तक काम करने का अवसर मिला। उनका लम्बा सार्वजनिक जीवन जनता की सेवा में समर्पित रहा और उन्होंने अपने काम से एक अलग छाप छोड़ी है।

राजनाथ ने लिखा कि स्वभाव से बेहद मिलनसार टंडनजी कार्यकर्ताओं के बीच भी बेहद लोकप्रिय थे। विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने जो विकास कार्य कराये उसकी सराहना आज भी लखनऊ और उत्तर प्रदेश के लोग करते हैं। ईश्वर समस्त शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे। ओम शान्ति!

वो महान थे : स्मृति ईरानी

केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश के अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर लिखा, ‘लालजी टंडन के निधन की खबर सुनकर वह काफी दुखी हैं। वो महान थे, बाबूजी ने कई युवाओं को आगे बढ़ने में मदद की और विचारधारा सिखाई। उनके परिवार को सांत्वना, ओम शांति।’

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बयान जारी कर लालजी टंडन को श्रद्धांजलि दी।

सामाजिक, मिलनसार व संस्कारी व्यक्ति थे : मायावती
मायावती ने ट्वीट कर लिखा, 'मध्यप्रदेश के गवर्नर व यूपी में बीजेपी की सरकार में कई बार वरिष्ठ मंत्री रहे श्री लालजी टण्डन, जो काफी सामाजिक, मिलनसार व संस्कारी व्यक्ति थे, उनका इलाज के दौरान आज लखनऊ में निधन होने की खबर अति-दुःखद व उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना।'

बता दे, लालजी टंडन को पिछले साल जुलाई में ही मध्य प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया था, लेकिन इसी साल पिछले महीने तबीयत खराब होने के कारण आनंदीबेन पटेल को अतिरिक्त कार्यभार दे दिया गया।

टंडन 12 साल की उम्र से ही संघ की शाखाओं में जाया करते थे। संघ से जुड़ाव के चलते ही उनकी मुलाकात अटल बिहारी वाजपेयी से हुई थी। बाद में जब अटलजी ने लखनऊ की सीट छोड़ी तो बतौर विरासत लालजी टंडन को यह सीट सौंपी गई। 2009 में टंडन ने लोकसभा चुनाव जीता और लखनऊ के सांसद बने। टंडन का राजनीतिक सफर 1960 से शुरू हुआ। वे 2 बार पार्षद और दो बार विधान परिषद के सदस्य रहे। इसके बाद लगातार तीन बार विधायक भी रहे। वे कल्याण सिंह सरकार में मंत्री भी रहे थे। साथ ही यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे।