जयपुर की चिंता बढ़ा रहा डेंगू, दो लोगों की हो गई मौत, अब अस्पतालों में होने लगी प्लेटलेट्स की किल्लत

जयपुर में कोरोना का दौर थमता दिखाई दे रहा हैं तो डेंगू चिंता बढ़ाने लगा हैं जहां प्रदेश के सबसे बड़े हॉस्पिटल सवाई मानसिंह में इन दिनों मौसमी बीमारियों से ग्रसित बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। यहां रोजाना की ओपीडी संख्या 10 हजार के पार पहुंच गई है। करीब 2400 बेड्स की क्षमता वाले इस हॉस्पिटल में मेडिसिन से संबंधित सभी यूनिट्स फुल हो चुकी हैं। प्लेटलेट्स की डिमांड दो गुना से ज्यादा बढ़ गई है।

हालांकि डेंगू से मौत का आंकड़ा केवल एक ही दर्शाया गया है, जो सितंबर महीने का है, जबकि जयपुर के जेके लॉन हॉस्पिटल और जयपुर के एक निजी हॉस्पिटल में बुधवार को डेंगू से दो मौत हुई थी। जेके लॉन हॉस्पिटल में एक झुंझुनूं की 5 साल की बच्ची देविका ने मंगलवार देर शाम इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इसी तरह जयपुर के मालवीय नगर झालाना क्षेत्र के निवासी अरुण सिंह की बीती रात एक निजी हॉस्पिटल में डेंगू से बीमार होने के बाद मौत हो गई।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से मिली रिपोर्ट के मुताबिक जयपुर जिले में जनवरी से 20 अक्टूबर तक कुल 1571 डेंगू के केस सामने आए है, जिनमें से 975 केस ताे पिछले 29 दिन में ही मिले हैं। सच्चाई ये है कि सरकारी हॉस्पिटल के अलावा निजी में भी बड़ी संख्या में डेंगू के मरीज पहुंच रहे है। निजी हॉस्पिटल में कितने मरीज भर्ती हो रहे है उनमें से कितनों की डेथ हो गई, इसको लेकर अब तक कोई रिकॉर्ड नहीं लिया जा रहा। जयपुर सीएमएचओ डॉ. नरोत्तम शर्मा ने बताया कि डेंगू के जो भी केस आ रहे है उस पर हम लगातार मॉनिटरिंग कर रहे है और उन एरिया में विशेष सर्वे टीम भेजकर रेंडम सर्वे करवा रहे है। उन्होंने बताया कि जयपुर में अब तक 1571 मरीज है, जबकि सितम्बर में ही केवल एक मौत हुई है।