पाली : किन्नर ने उठाई मजदूर की बेटी की शादी की जिम्मेदारी, गाजे-बाजे के साथ निकाली बिंदौली, उपहार में एलईडी, फ्रीज, 6 तोला सोना

पाली में हिंजड़ों की हवेली की गादीपति आशा कंवर ने मजदूर की बेटी की शादी की जिम्मेदारी उठाई हैं। मंगलवार शाम को पुराना बस स्टैंड हिजड़ों की हवेली से गाजे-बाजे के साथ कोमल की बंदौली निकाली गई। जो शहर के विभिन्न रास्तों से होते हुए पुराना बस स्टैंड स्थित सुराणा धर्मशाला पहुंची। पूरे रास्ते बंदोली में हिंजड़ों की हवेली की गादीपति आशा कंवर व अन्य किन्नर सहित कोमल के रिश्तेदार जमकर डांस करते नजर आए। हिजड़ों की हवेली की गादीपति आशा कंवर ने बताया कि इससे पहले उनकी ओर से आर्थिक रूप से कमजोर 20 परिवारों की बेटियों को अपनी बेटी मान शादी करवा चुके हैं। अब 21वीं शादी कोमल की करवा रहे हैं। शादी के बाद भी इनको अपनी देखभाल हमारी जिम्मेदारी मानते हैं।

बग्गी में सवार कोमल की बंदौली शहर में निकली तो हर कोई देखते ही रह गया तथा हिंजड़ों की हवेली की गादीपति आशा कंवर के इस कार्य की सराहना की। पुराना बस स्टैंड हिंजड़ों की हवेली के निकट एक किराए के मकान में कोमल अपने परिवार के साथ किराए के मकान में रहती हैं। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बेटी की धूमधाम से शादी करने का जिम्मा हिंजड़ों की हवेली की गादीपति आशा कंवर ने उठाया। 22 नवम्बर को कोमल को पाठ बिठाने की रस्म की गई। 23 नवम्बर की शाम को शहर में धूमधाम से बंदौली निकाली गई। 24 को सुबह बारात नौखा मंडी से पाली पहुंची। शुभ मुर्हूत में कोमल के फेरे होंगे।

कोमल की शादी के दौरान व्यवस्थाओं में पूरे मोहल्ले के लोग, दुकानदार जुटे नजर आए। जैसे उनकी बेटी की शादी हो। हर कोई व्यवस्था देखने में लगा नजर आया। जिससे की कोमल की शादी में किसी तरह की कमी नहीं रहे। कोमल को गादीपति आशा कंवर द्वारा शादी में वह सबकुछ उपहार में दिया जा रहा हैं। जो एक पिता अपनी बेटी को शादी में देना चाहता हैं। पलंग, अलमारी, एलईडी, फ्रीज, 6 तोला सोने के आभूषण सहित अन्य घरेलू सामान कोमल को उसकी शादी में गादीपति की ओर से उपहार में दिया जा रहा हैं।