Omicron पर दुनियाभर के 8 एक्सपर्ट्स की राय, वैक्सीनेटेड लोगों को भी निशाना बना सकता है नया वैरिएंट

महज नौ दिन के अंदर कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन 31 देशों में फैल चुका है। दक्षिण अफ्रीका से शुरू हुआ यह वेरिएंट अब भारत तक पहुंच चुका है। कर्नाटक में ओमिक्रॉन वैरिएंट के 2 मरीज मिले हैं। इन दोनों मरीजों की उम्र 46 और 66 साल है। ये 11 और 20 नवंबर को बेंगलुरु आए थे। ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मरीज मिलने के बाद सरकार की चिंता बढ़ गई है। लोगों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की चेतावनी दी जा रही है। ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर देश-दुनिया के वायरोलॉजी एक्सपर्ट्स चिंता जाहिर करते हुए अपनी राय रखी हैं...

ओमिक्रॉन, डेल्‍टा वैरिएंट समेत अन्‍य वैरिएंट से ज्यादा खतरनाक: डॉ एंथनी फाउसी

अमेरिका के संक्रमण रोग विशेषज्ञ और व्हाइट हाउस के चीफ मेडिकल एडवाइजर डॉ एंथनी फाउसी ने ओमिक्रॉन वैरिएंट से सचेत रहने की चेतावनी दी है। फाउसी ने इसके म्‍यूटेशन पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन, डेल्‍टा वैरिएंट समेत अन्‍य वैरिएंट से ज्यादा खतरनाक हो सकता है। आपको बता दे, अमेरिका में अब तक ओमिक्रॉन के 8 मरीज मिल चुके हैं। कैलिफोर्निया में पहला केस मिलने के बाद ओमिक्रॉन के 5 मामले गुरुवार को न्यूयॉर्क में मिले। अमेरिकी मीडिया ने गवर्नर कैथी होचुल के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि न्यूयॉर्क में ओमिक्रॉन कोरोना वायरस वेरिएंट के 5 मामलों की पुष्टि हुई है। इससे पहले कोलोराडो और मिनेसोटा में ओमिक्रॉन वेरिएंट के एक-एक मरीज मिले थे। इसकी पुष्टि बुधवार रात को US सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (USCDCP) ने कर दी।

दक्षिण अफ्रीका में वैक्सीनेट लोग हुए इससे संक्रमित : डॉ सौम्‍या स्‍वामीनाथन

WHO की चीफ साइंटिस्‍ट डॉ सौम्‍या स्‍वामीनाथन ने कहा है कि डेल्‍टा वैरिएंट से भारत में सबसे ज्‍यादा मौतें हुई थीं। अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है कि ओमिक्रॉन, डेल्‍टा वैरिएंट से कितना ज्यादा खतरनाक है और कितनी तेजी से फैलता है। दक्षिण अफ्रीका में जो लोग इससे संक्रमित हुए हैं, उनमें से कुछ वैक्सीनेट थे।

संक्रमित होने पर अस्‍पताल में एडमिट होने की जरूरत नहीं : डॉ रमन गंगाखेडकर

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के मुख्‍य वैज्ञानिक डॉ रमन गंगाखेडकर ने बताया कि नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के बारे में फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि इससे संक्रमित मरीज को अस्‍पताल में एडमिट होने की जरूरत नहीं आई है। उन्‍होंने कहा, हल्के लक्षणों को रोका नहीं जा सकता है, क्‍योंकि वैरिएंट लगातार आते रहेंगे।

ओमिक्रॉन को इम्‍यूनिटी पर असर डालने वाला वायरस : डॉ रणदीप गुलेरिया

दिल्ली एम्स (Delhi AIIMS) के डायरेक्‍टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने ओमिक्रॉन वायरस को इम्‍यूनिटी पर असर डालने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि यह वैरिएंट वैक्‍सीन की प्रभावशीलता कम कर सकता है। उन्‍होंने यह भी कहा कि भारत में उपयोग की जा रही वैक्‍सीन का दोबारा मूल्‍यांकन करने की जरूरत है।

ओमिक्रॉन के मामले मिलने से ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं: डॉ अरविंद कुमार

गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल के डॉ अरविंद कुमार का कहना है कि कर्नाटक में ओमिक्रॉन के मरीज मिलने से ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है, हालाकि, अब लोगों को सावधान हो जाना चाहिए। मास्क पहनना चाहिए और पहले की तरह ही सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य उपाय अपनाने शुरू कर देने चाहिए। जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें तुरंत प्रभाव से दोनों डोज लगवा लेनी चाहिए।

दूसरे वैरिएंट की तुलना में काफी हल्का वायरस ओमिक्रॉन: डॉ धीरेन

दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में डॉ धीरेन का कहना है कि ओमिक्रॉन वायरस के भारत पहुंचने की आशंका पहले ही थी। हालांकि, भारत में लोगों को शांत, संयमित और सतर्क रहने की जरूरत है। प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर हम कह सकते हैं कि दूसरे वैरिएंट की तुलना में काफी हल्का वायरस है। डॉ धीरेन ने कहा कि जिन बच्चों का टीकाकरण नहीं हो रहा है, वे शायद कोविड-19 से लड़ने की सबसे कमजोर कड़ी हो सकते हैं। हमने बच्चों के टीकाकरण में देरी की है। उन्हें टीकाकरण से वंचित करने वाली हमारी नीतियां हम पर उल्टा असर कर सकती हैं। हमें उन्हें स्कूल भेजने से पहले सोचने की जरूरत है।

डॉ शशांक हेडा ने ओमिक्रॉन को बेहद खतरनाक बताया

महाराष्ट्र समेत कई राज्यों की सरकार को कोविड से जुड़ी नीति बनाने की सलाह देने वाले CovidRxExchange के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ शशांक हेडा ने ओमिक्रॉन को बेहद खतरनाक बताया है। उन्होंने कहा है कि ओमिक्रॉन का जेनेटिक रूप बदल सकता है। यह कितना खतरनाक है, यह आने वाले समय में पता चलेगा।

भारत में तीसरी लहर का कारण बन सकता है ओमिक्रॉन: डॉ सुधीर भंडारी

जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ सुधीर भंडारी ने कहा है कि ये वैरिएंट भारत में तीसरी लहर का कारण बन सकता है। ये इतना खतरनाक है कि डबल डोज लगवाकर इम्यूनिटी डेवलप कर चुके व्यक्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा सकता है। नए वैरिएंट में 30 से ज्यादा स्पाइक्स का म्यूटेशन पाया गया है, जो लंग्स को बहुत तेजी से नुकसान पहुंचा सकता है।