जयपुर: एयरपोर्ट से सटी कॉलोनियों में पतंगबाजी व बिक्री पर रोक, 10 घंटे रहेगा पुण्य काल, जलमहल पर होगा पतंगोत्सव

जयपुर। मकर संक्रांति के एक दिन पहले सोमवार को लोग जयपुर में घरों की छत पर लोग पतंगबाजी का लुत्फ लेते हुए नजर आए। सर्दी के कारण स्कूलों का अवकाश होने के कारण बच्चे भी छतों पर हीं पतंग उड़ाने में मशगूल रहे। इससे पहले रविवार को जयपुर के बाजारों में देर रात तक काफी चहल पहल नजर आई और लोग पतंगबाजी का सामान खरीदते दिखे। जयपुरवासियों ने कड़ाके की ठंड के बावजूद परकोटे व बाहरी इलाकों में रात्रि 11 बजे तक पतंगों की खरीददारी की। सुबह बारिश के कारण जो लोग नहीं निकल पाए थे, वे सभी शाम को बाजारों में पहुँचे जिससे बाजारों की रौनक बढ़ गई और पतंग विक्रेताओं के चेहरे पर मुस्कान नजर आने लगी। पसंद के मांझे से लेकर रंग बिरंगी पतंग से सजे बाजार भी इस दौरान लोगों को आकर्षित करते हुए नजर आए।

संक्रांति पर 10 घंटे रहेगा पुण्य काल

स्नान, दान और पतंगबाजी के लिए खास मकर संक्रांति का त्योहार जाना जाता है। इस बार मकर संक्रांति महापर्व पर दिनभर महापुण्यकाल रहेगा। सुबह 8.55 बजे सूर्यदेव मकर राशि में प्रवेश करेंगे। मंगलवार को 10 घंटे 29 मिनट तक पुण्यकाल का समय रहेगा। इस बार मकर संक्रांति पर बदलने वाली ग्रह चाल व्यापारी-शिक्षित वर्ग के लिए फलदायी रहेगी। लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिलेगा।
इस बार संक्रांति पीले वस्त्र पहन बाघ पर सवार होकर आएगी। ऐसे में शिक्षित वर्ग के लोगों के लिए मकर संक्रांति शुभ फलदायी मानी जा रही है। मकर संक्रांति पर गंगा स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व है। स्नान-दान करने से उसका सौ गुना पुण्य फल प्राप्त होता है। इसी दिन सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने से खरमास समाप्त होगा।
14 जनवरी को मनाया जाएगा पतंग उत्सव

पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि जल महल की पाल पर मंगलवार 14 जनवरी को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक आयोजन होगा। इस दौरान देश विदेश के पर्यटक आपस में पेंच लड़ाएंगे। इस मौके पर पतंग प्रदर्शनी के साथ ही लोक कलाकारों की ओर से नृत्य संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी। पतंग बनाने वाले कारीगर भी आने वाले लोगों को पतंग बनाने की विधि बताएंगे। पतंग उत्सव का लुत्फ लेने के लिए आने वाले सैलानियों के लिए फैंसी पतंगों को आसमान में उड़ते देखना भी रोचक होगा। इस मौके पर परंपरागत व्यंजनों का वितरण भी किया जाएगा। पर्यटकों को नि:शुल्क पतंग और नि:शुल्क ऊंटगाड़ी सवारी के साथ रिझाया जाएगा।

जयपुर एयरपोर्ट से सटी 15 कॉलोनियों में पतंगबाजी पर रोक, नहीं होगी बिक्री


पतंगबाजी की धूम के बीच जयपुर एयरपोर्ट से सटी करीब 15 कॉलोनियों के हजारों लोग इस बार काइट फ्लाइंग नहीं कर सकेंगे। डीसीपी (पूर्व) तेजस्विनी गौतम ने बताया कि एयरपोर्ट के 5 किलोमीटर दायरे में सभी कॉलोनियों के निवासी पतंग नहीं उड़ा सकेंगे। पुलिस ने इन कॉलोनियों के निवासियों को पतंगबाजी से रोक दिया है। खासतौर पर, रात में लालटेन उड़ाने पर कड़ी पाबंदी लगाई गई है। इस पर नियंत्रण के लिए पुलिस की मोबाइल पार्टियां लगातार कॉलोनियों में लोगों को समझाइश कर रही हैं।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया है, क्योंकि पतंगों और विशेष रूप से रात में उड़ने वाली लालटेन से हवाई यातायात और एयरपोर्ट की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इस दौरान जयपुर एयरपोर्ट के आसपास सांगानेर और प्रताप नगर थाना इलाकों की कॉलोनियों में पतंगों की बिक्री पर भी रोक लगाई गई है। दुकानदारों को चेतावनी दी गई है कि वे इन क्षेत्रों में पतंगें नहीं बेचें, वरना उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है।

कलेक्टर ने भी जारी किया आदेश


जयपुर जिले में सुबह 6 से 8 बजे और शाम 5 बजे से 7 बजे तक सभी प्रकार की पतंगबाजी प्रतिबंधित रहेगी। जिले में पुलिस कमिश्नरेट के इलाके को छोड़कर पंतगबाजी से आमजन की सुरक्षा के लिए आदेश जारी किए है। जयपुर कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने आदेश जारी करते हुए चाइनीज मांझे, प्लास्टिक और सिंथेटिक पदार्थों से बने मांझे के निर्माण सहित इस्तेमाल और बेचने पर भी रोक लगाई है। कलेक्टर के आदेश 31 जनवरी तक इस संबंध में आदेश प्रभावी रहेंगे।

लोहड़ी पर दिखेगा उत्साह

खुशियां-खुशहाली का संदेश देने वाला पंजाबी महापर्व लोहड़ी आज सोमवार को जयपुर में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इस मौके पर कई जगहों पर सामूहिक रूप से लोहड़ी जलाई जाएगी। लोहड़ी में गोकाष्ठ के इस्तेमाल से इको फ्रेंडली त्योहार का संदेश भी दिया जाएगा। पंजाबी समाज के रवि नय्यर के मुताबिक 200 क्विंटल से अधिक गोकाष्ठ से शहर भर में लोहड़ी जलेगी। इस मौके पर गिद्दा, भांगड़ा और पारंपरिक गीतों पर पंजाबी कलाकार प्रस्तुति देंगे।